
सरकार के चार साल पूरे होने पर सीएम योगी ने गिनाई उपलब्धियां
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार ने आज अपने चार साल पूरे कर लिए हैं। 19 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। बीते चार सालों में योगी सरकार कई खट्टे मीठे अनुभवों से गुजरी, लेकिन इन सब के बीच सरकार की प्राथमिकता में विकास प्रमुख रहा।
योगी के चार साल के शासन में प्रदेश के कई क्षेत्रों में विकास कार्य देखने को भी मिला। अब जब आगामी चुनाव के लिए महज एक साल का वक्त बचा है। ऐसे में योगी सरकार अपने चार साल के कामकाज को जनता के बीच रखा है। इसके लिए बकायदा एक पुस्तक का विमोचन भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चार साल पूरे होने पर सरकार के मंत्रियों के प्रति धन्यवाद व्यक्त करते हुए सभी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में राज्य का परिदृश्य बदला है। आज उत्तर प्रदेश निवेश के अनुकूल वातावरण बनाने में पूरी तरह से सफल रहा। सीएम योगी ने कहा कि 2015-16 में यूपी की अर्थव्यवस्था पांचवें छठे स्थान पर थे.
आज हमारी अर्थव्यवस्था उभरी है। चार साल में राज्य की प्रति व्यक्ति आय दोगुना हुई है। राज्य में सकारात्मक माहौल बना है। हमारी सरकार के मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और जनता के सकारात्मक पक्ष के कारण सम्भव हुआ है।
सीएम ने कहा कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी सरकार आई. सरकार ने तमाम योजनाएं शुरू की गईं। लेकिन तत्कालीन सरकार ने उन योजनाओं को लागू नहीं किया। उससे प्रदेश पिछड़ता गया. हमारी सरकार आई तो केंद्र की योजनाओं को मजबूती से लागू किया। उज्ज्वला, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, पीएम आवास योजना जैसी तमाम योजनाओं में पहले स्थान पर है। पहले निचले पायदान पर खड़े रहते थे।
सीएम योगी ने कहा कि पहले कोई पर्व शांतिपूर्ण ढंग से नहीं मनाया जा सकता था आज तस्वीर बदली है। शांतिपूर्ण ढंग से त्योहार मनाए जा रहे हैं। कोई भी दंगा नहीं हुआ। अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई. यह देश के लिए संदेश है। प्रदेश में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू किया गया। कानून व्यवस्था ठीक होने से निवेश का माहौल बना. पहले लोग निवेश करने से घबराते थे। डेढ़ हजार से अधिक थानों में हेल्प डेस्क स्थापित की गई. नए थाने की स्थापन की गई। 16-17 और अब के कानून व्यवस्था में तुलना करें तो काफी बदलाव हुआ है।
तीन लाख करोड़ से अधिक का निवेश हुआ। इसमें 35 लाख युवाओं को रोजगार मिला। उद्योग लगाने के लिए प्रक्रिया को सरल किय गया। खास तौर पर कोरोना काल के अंदर 56 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। दुनिया की नामचीन कंपनियों ने इस दौरान निवेश किया है।
उन्होंने कहा कि किसानों के हित के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। पिछले चार सालों में एक लाख 27 हजार करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया। 267 खंडसारी के निःशुल्क लाइसेंस दिए गए। मंडी शुल्क एक प्रतिशत कम किया गया। ऐसे कई कदम उठाए गए. आजादी के बाद 2017 तक सूबे के कई गांव में लोगों को शासकीय सुविधा से वंचित रखा गया।
वन्य गांव(वनटांगिया), मुसहर गांव, थारू जनजाति के गांव को मुख्य धारा से जोड़ा. सीएम आवास योजना लागू की गई। सरकार की सभी सुविधाएं उन तक पहुंचाई गई।
सीएम ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में कनेक्टिविटी का महत्वपूर्ण योगदान है. सड़कों का जाल बिछाया गया है। पहले अंधेरा शुरू होते ही मान लिए जाता था कि यूपी आ गया। आज बिजली व्यवस्था दुरुस्त हुई। सवा लाख गांव को बिजली पहुंचाई गयी।
24, 20 और 18 घण्टे क्रमशः जिला, तहसील और गांव में बिजली पहुचाई जा रही है। गो-आश्रय स्थल में तीन योजनाएं हैं। गोवंश को रखने वालों को 900 रुपये प्रति माह दिया जा रहा है।
ओडीओपी योजना से परंपरागत उद्योग के पंख लगे हैं। यह योजना देश ही नहीं बल्कि दुनिया मे पहचान बनाई है। निर्यात को बढ़ावा मिला है।
परंपरागत उद्योग से जुड़े लोगों को इससे खास लाभ हुआ है। यूपी के 17 नगरनिगमों में केंद्र सरकार ने सात शहरों को स्मार्ट सिटी के लिये चिन्हित किया है। बाकी निकायों को राज्य सरकार काम कर रही है।
इस मौके पर मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि रिफॉर्म, परफार्म और ट्रांसफार्म के मूल मंत्र के साथ योगी सरकार के चार साल पूरे किये हैं।
तिवारी ने कहा कि सभी वर्गों को ध्यान में रखकर काम हुआ। कोविड प्रबंधन के मामले में यूपी की देश ही नहीं बल्कि दुनिया मे सराहना हुई है। स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर कार्य हुआ। कोरोना काल मे 56 हजार करोड़ का निवेश आया है। ओडीओपी में 25 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिया गया है। बेरोजगारों दर मात्र 4.1 प्रतिशत रह गयी है।