पंचतंत्र
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झाड़ू फेरने की कला-पार्ट-3
झाड़ू फेरने की कला-पार्ट-2 से आगे पढ़िए……… दंतिल को समझ नहीं आ रहा था कि राजा उसके किस दोष से…
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झाड़ू फेरने की कला-पार्ट-2
झाड़ू फेरने की कला-पार्ट-1 से आगे पढ़िए……… एक दिन वह झाड़ू लगा रहा था। राजा अभी नींद टूटने से पहले…
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झाड़ू फेरने की कला-पार्ट-1
इस धरती पर कहीं वर्धमान नाम का एक नगर था। उसी नगर में दंतिल नाम का एक बहुत बड़ा ठठेरा…
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ढोल की पोल अंतिम किस्त
गतांक पार्ट-3 से आगे अंतिम किस्त दमनक बोला, ‘‘अरे तू हमारे महाराज पिंगलक को भी नहीं जानता ? कुछ ही…
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ढोल की पोल,पार्ट-3
गतांक से आगे पार्ट—3 दमनक संजीवक के पास पहुंचा तो देखना क्या है कि यह तो बैल है। कोई सियार…
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ढोल की पोल, पार्ट-2
गतांक से आगे पार्ट—2 इधर उसके चले जाने के बाद पिंगलक फिर इस चिंता में पड़ गया कि कहीं दमनक…
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ढोल की पोल पार्ट-1
गतांक से आगे…………….. ‘तो यह समझिए कि केवल आवाज से ही किसी की धौंस में नहीं आ जाना चाहिए। अभी…
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ढोल की पोल
पुराने समय में गोमायु नाम का एक सियार रहता था। वह एक दिन भूख और प्यास से बेहाल हो कर…
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PanchTantra की कहानी-King & Damanak भाग-20
अब पिंगलक ने सोचा, “लगता तो यही है। क्यों ना इसे अपनी समस्या सुना ही दूं। कहते हैं यदि मनुष्य…
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PanchTantra की कहानी-King & Damanak भाग-19
पिंगलक ने उसे उकसाया, तो फिर वही कहो ना। इतना घुमा-फिरा कर कहने का क्या मतलब है। गतांक-18 से आगे…
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