लाइफस्टाइल

जानें , किशमिश के उपयोग से क्या – क्या लाभ और नुकसान होते है

परिचय: हमें अक्सर मीठा खाने का बहुत मन करता है और इस इच्छा को मिटाने के लिए हम अक्सर ज़्यादा चीनी वाले खाद्य पदार्थों जैसे कुकीज़, कैंडी, आइसक्रीम या चॉकलेट बार खा कर ही पूरी करते हैं। हम सभी को इन सब चीज़ों के बुरे प्रभावों के बारे में पता होता है। हालाँकि, हम आपके लिए एक पौष्टिक और हेल्दी स्नैक लेकर आए हैं, जो शुगर क्रेविंग के सेवन को कम करने में आपकी मदद कर सकता है। किशमिश सूखे अंगूर (ग्रेप) होते हैं और इन्हें सूखे मेवे के रूप में भी जाना जाता है। किशमिश मीठे होते हैं। इनमें चीनी, काफी अधिक फ़ाइबर होता है और ये खाने से तृप्ति का अहसास होता है।

किशमिश को विटिस विनीफेरा अंगूर (ग्रेप) से बनायी जाती है और इसका सबसे अधिक उत्पादन संयुक्त राज्य अमेरिका में किया जाता है, फिर तुर्की, चीन, ईरान, चिली, ग्रीस और ऑस्ट्रेलिया में किया जाता है। किशमिश की कई किस्में उपलब्ध हैं जैसे कि, थॉम्पसन सीडलेस अंगूर (ग्रेप), गोल्डन किशमिश, सुल्ताना, और ज़ांटे करंट किशमिश से बनी डार्क किशमिश आदि। इन्हें धूप में सुखाकर या डिहाइड्रेटिंग अंगूर (ग्रेप) से बनाया जाता है।1,2 आइए हम किशमिश खाने पर स्वास्थ्य में होने वाले फ़ायदों, उनके पोषक तत्वों आदि के बारे में चर्चा करें।

किशमिश में पोषक तत्वों (न्यूट्रिशनल वैल्यू) की मात्रा:
किशमिश में काफी मात्रा में चीनी, फ्रक्टोज और ग्लूकोज होते हैं। इनमें डाइटरी फ़ाइबर और विटामिन, खनिज, पॉलीफेनोल्स, एंथोसायनिन और फ्लेवोनोल्स जैसे बायोएक्टिव यौगिक प्रचुर मात्रा में होते हैं। 100 ग्राम किशमिश 301 किलो कैलोरी ऊर्जा प्रदान कर सकती है। किशमिश में पानी की मात्रा 14.9 ग्राम होती है।1,3 किशमिश में पाए जाने वाले पोषक तत्व इस प्रकार हैं:

पोषक तत्त्व मूल्य / 100 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 80 ग्राम
प्रोटीन 3.28 ग्राम
फ़ाइबर 3.3 ग्राम
वसा 0.2 ग्राम
शुगर 65.7 ग्राम
पोटैशियम 746 मिलीग्राम
कैल्शियम 64 मिलीग्राम
सोडियम 24 मिलीग्राम
मैग्नीशियम 35 मिलीग्राम
मैंग्नीज 0.226 मिलीग्राम
फ़ॉस्फोरस 101 मिलीग्राम
आयरन 0.98 मिलीग्राम
ज़िंक 0.37 मिलीग्राम
कॉपर 0.228 मिलीग्राम
सेलेनियम 0.7 माइक्रोग्राम
विटामिन ई 0.12 मिलीग्राम
विटामिन सी 3.2 मिलीग्राम
विटामिन के 3.5 माइक्रोग्राम
विटामिन बी 9 3 माइक्रोग्राम
विटामिन बी 6 0.323 मिलीग्राम
विटामिन बी 3 1.14 मिलीग्राम
विटामिन बी 2 0.191 मिलीग्राम
विटामिन बी 1 0.008 मिलीग्राम
टेबल 1: 100 ग्राम किशमिश में उपलब्ध पोषक तत्वों की मात्रा।3

किशमिश के गुण:
किशमिश में स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद गुण हो सकते हैं जैसे:

यह एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम कर सकता है
यह ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकता है
इसका प्रिबायोटिक प्रभाव हो सकता है (आंत में पाए जाने अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है)
इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हो सकते हैं
यह कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम कर सकता है
इसमें एंटीमाइक्रोबियल एक्टिविटी हो सकती है
यह हृदय को फायदा पहुंचा सकता है।1,2

किशमिश के संभावित उपयोग:
किशमिश का सेवन रोज़ाना करने से स्वास्थ्य में फ़ायदा हो सकता है। किशमिश के निम्नलिखित संभावित फ़ायदे हो सकते हैं:

1. हृदय के लिए किशमिश के संभावित उपयोग
खराब कोलेस्ट्रॉल होने से विभिन्न हृदय रोग हो सकते हैं। किशमिश डाइटरी फ़ाइबर (फ्रुक्टेन) और फ़ाइटोकेमिकल्स का एक अच्छा स्रोत है, जिसमें एंटी-इंफ़्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण हो सकते हैं। अध्ययनों में पाया गया है कि अन्य खाद्य पदार्थों के साथ किशमिश खाने के फ़ायदे हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से पीड़ित रोगियों में ब्लड लिपिड (वसा) और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम कर सकते हैं। अपने भोजन में किशमिश सेवन करने से पर्याप्त फ़ाइबर मिल सकता है और यह हृदय संबंधी रोगों के ख़तरों को कम कर सकता है। 1,2,4 हालाँकि, हृदय की समस्याओं से लड़ने के लिए किशमिश के लाभों का सुझाव देने के लिए और अधिक अध्ययन की ज़रूरत है।

2. मुंह के स्वास्थ्य के लिए किशमिश के संभावित उपयोग
किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो मुंह के बैक्टीरिया के खिलाफ एक एंटीबैक्टीरियल की भूमिका निभा सकते हैं। इसके अलावा, किशमिश सुक्रोज़ का कंसंट्रेशन कम हो सकती है, डेंटल प्लेक बनने से रोक सकती है। इसलिए किशमिश खाना मुंह के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है। किशमिश में मौजूद फ़ाइटोकेमिकल्स एंटीबैक्टीरियल के रूप में काम कर सकते हैं और दांत के रोगों का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को पैदा होने से रोक सकते हैं। 1 हालाँकि, अगर आपको दांतों की समस्या है तो डेंटिस्ट के पास जाएँ और अपने दांतों की सफाई करवाएँ।

3. ब्लड प्रेशर में किशमिश के संभावित उपयोग
हाई ब्लड प्रेशर हाइपरटेंशन का कारण बन सकता है। रोज़ाना किशमिश खाने से पर्याप्त पोटेशियम और डाइटरी फ़ाइबर प्रदान कर सकते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। इसके अलावा, किशमिश के अंदर पॉलीफेनोल्स भी मौजूद हो सकते हैं जो नाइट्रिक ऑक्साइड छोड़ सकते हैं और हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकते हैं।1 हालाँकि, ब्लड प्रेशर के लिए किशमिश का इस्तेमाल करने के बारे में एक ठोस निष्कर्ष निकालने के लिए और ज़्यादा नैदानिक अध्ययन किये जाने चाहिए। तब तक, डॉक्टर से परामर्श करें और किशमिश का इस्तेमाल अपनी मर्ज़ी से किसी दवा के रूप में न करें।

4. वज़न घटाने के लिए किशमिश के संभावित उपयोग
वज़न कम करना आज एक चैलेंज है और फ़ाइबर वाले खाने से वज़न कम करने में मदद मिल सकती है। किशमिश खाने से आपको पेट भरा हुआ महसूस होता है और कम भूख लगती है। पेट के हार्मोन में बदलाव हो सकता है, आप संतुष्ट महसूस कर सकते हैं और ऊर्जा की खपत कम हो सकती है। यह आंत में फ़ैट और स्टार्च के अवशोषण को एक सीमा में ला सकता है। इस तरह किशमिश खाने से मिश्रित कार्बोहाइड्रेट का अवशोषण घट सकता है, जो शरीर का वज़न उपयुक्त रखने में मदद कर सकता है और वज़न घटाने में मदद कर सकता है।1 तो, वज़न घटाने वाले अपने भोजन में किशमिश शामिल करने से आपको वज़न घटाने में मदद मिल सकती है। हालाँकि, मनुष्यों पर किशमिश के स्वास्थ्य लाभों की वास्तविक सीमा का समर्थन करने के लिए और अधिक अध्ययन किये जाने चाहिए।

5. थायराइड के लिए किशमिश के संभावित उपयोग
ज़्यादा फ़ैट वाली डाइट थायराइड ग्रंथि के कार्यों को बाधित कर सकती है। पशुओं पर हुए एक अध्ययन (अयूब एट अल., 2022) में पाया गया कि किशमिश में फ़ाइबर, पॉलीफेनोल, फ्लेवोनोइड्स और फेनोलिक अम्ल मौजूद हो सकते हैं, जो शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट हो सकते हैं। ये पोषक तत्व थायराइड हार्मोन के स्तर को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। यह शरीर में थायराइड-उत्तेजक हार्मोन (टीएसएच) के बनने और क्रिया को बढ़ा सकता है।5 हालाँकि, यह पशु अध्ययन पर्याप्त नहीं है; थायराइड के असंतुलन के लिए किशमिश के इस्तेमाल का समर्थन करने के लिए और अधिक मानव अध्ययन किये जाने की ज़रूरत है। अगर आप थायराइड के मरीज़ हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करें, और अपनी मर्ज़ी से कोई दवा न लें।

6. किशमिश के अन्य संभावित उपयोग
बच्चों के लिए किशमिश एक सेहतमंद नाश्ता हो सकता है। किशमिश के लाभ पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ा सकते हैं और डाइट की गुणवत्ता बढ़ा सकते हैं।1
किशमिश में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (ब्लड ग्लूकोज़ के प्रति कम प्रतिक्रिया) हो सकता है, जो भोजन के बाद के ग्लूकोज़ के स्तर में कमी दिखाता है। यह टाइप-2 डायबिटीज़ से संबंधित इंसुलिन प्रतिरोध के बढ़ने के खतरे को कम कर सकता है।1,4
किशमिश फ़ाइबर और टार्टरिक अम्ल आंत के बैक्टीरिया को फ़ायदा पहुंचा सकते हैं। यह आंत के कार्यों में सुधार कर सकता है; अपशिष्ट पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है और कोलन कैंसर के खतरे को कम करता है।

किशमिश का इस्तेमाल कैसे करें?
प्रागैतिहासिक काल से ही अंगूरों को स्टोर करने और यात्रा के दौरान साथ ले जाने के लिए, इन्हें सुखाया जाता था। और तब से, किशमिश का उत्पादन भोजन के रूप में किया जाने लगा। किशमिश अपने मीठे टेस्ट के कारण बहुत पसंद की जाती है और इसको स्टोर करने के लिए रेफ्रिजरेशन की ज़रूरत नहीं पड़ती है। आप किशमिश का इस्तेमाल इन रूपों में भी कर सकते हैं

नाश्ते में सूखे मेवे के रूप में
हेल्दी नाश्ता के रूप में
भोजन के बाद ली जाने वाली मीठी डिशेस के रूप में।1
किशमिश का अधिक सेवन करने से पहले, आपको एक क्वालीफ़ाइड डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श किए बिना किशमिश की आयुर्वेदिक/हर्बल प्रेप्रेशन से आधुनिक तरीके से चल रहे इलाज को बंद या बदलना नहीं चाहिए। वे आपके स्वास्थ्य के अनुसार इसके डोज़ के बारे में आपको गाइड करेंगे।

किशमिश के साइड इफ़ेक्ट्स:
किशमिश खाना सुरक्षित हो सकता है। हालाँकि, कुछ रिपोर्ट्स में पता चला है कि किशमिश खाने से छोटे बच्चों में एलर्जी हो सकती है। लेकिन इससे होने वाली एलर्जी के मामले बहुत ही कम है। किशमिश खाने से ये सब साइड इफ़ेक्ट्स हो सकते हैं:

मुंह में खुजली
ताज़ी किशमिश खाने के कुछ समय बाद जी मिचलाना। हालाँकि, यदि किशमिश खाने के बाद एलर्जी होती है, तो आपको तुरंत अस्पताल जाना चाहिए और अपनी एलर्जी के लिए उचित इलाज कराने के लिए डॉक्टरों से परामर्श करना चाहिए।

किशमिश के साथ बरती जाने वाली सावधानियाँ:
किशमिश का सेवन कम मात्रा में करने से कोई नुकसान नहीं हो होता है। मगर, फिर भी कुछ सावधानियाँ बरतनी बहुत ज़रूरी हैं:

भोजन में बहुत अधिक फ़ाइबर होने से कब्ज़, सूजन और गैस की समस्या हो सकती है। इसलिए लोगों को अधिक फ़ाइबर युक्त किशमिश खाने से बचना चाहिए।4
छोटे बच्चों और बुज़ुर्गों को किशमिश देते समय सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि उनकी इम्यूनिटी कम होती है, और उन्हें किशमिश से एलर्जी हो सकती है।6
गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान किशमिश से होने वाली समस्याओं के बारे में अभी तक कोई शोध रिपोर्ट नहीं मिली गई है। इसलिए, गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान महिलाओं को अपने डॉक्टरों से परामर्श लेना चाहिए।
लोगों को अपने आप ही किशमिश का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और बताए जाने पर ही सेवन करना चाहिए।

अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया:
किशमिश और अन्य दवाओं के बीच होने प्रतिक्रिया के बारे में ठीक से जानने के लिए और अधिक शोध और वैज्ञानिक डेटा की ज़रूरत है। इसलिए, रोज़ाना किशमिश खाने से पहले, आयुर्वेदिक डॉक्टरों से परामर्श ज़रूर करें।

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