
सिर्फ बोलने से नहीं खत्म होगी टीबी, करना होगा काम : राज्यपाल
लखनऊ । 24 मार्च को मनाए जाने वाले विश्व टीबी दिवस के उपलक्ष्य में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को जागरूकता सप्ताह का शुभारंभ किया गया। इसके साथ ही रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग का 75 वां स्थापना दिवस भी मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अब देश से टीबी (क्षय रोग) का खात्मा करना है।
ऐसे में सिर्फ बोलने से काम नहीं चलेगा। इसके लिए काम करना होगा। हर डॉक्टर एक-एक पीड़ित बच्चे को गोद अवश्य लें। कार्यक्रम में बीमारी से पीड़ित बच्चों को केजीएमयू द्वारा गोद लिया गया।
केजीएमयू में शुक्रवार को 22 टीबी पीड़ित बच्चों को गोद लिया गया। अब तक संस्थान में 130 बच्चों को गोद लिया गया है। वहीं यूपी में अब तक 25 हजार टीबी पीड़ित बच्चों को गोद लिया गया है। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, कुलपति ले. जनरल डॉ. विपिन पुरी, रेस्परेटरी विभाग के अध्यक्ष डॉ सूर्यकांत, स्टेट टीबी ऑफीसर डॉ. संतोष गुप्ता ने बच्चों को पोषण किट वितरित की।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त देश का लक्ष्य तय किया है। ऐसे में बीमारी के खिलाफ तेजी से काम करना होगा। यूपी में सभी जनपदों के मुख्य अधिकारी डीएम, एसपी, सीडीओ आदि टीबी पीड़ित बच्चों को गोद लें। हर डॉक्टर एक-एक बच्चे को गोद लें। प्रदेश की सभी प्राइवेट 50, सरकारी 30 व करीब 30 हजार कॉलेज टीबी पीड़ित बच्चों को गोद लें। समाज को टीबी मुक्त बनाने के लिए सभी की जिम्मेदारी है।
राज्यपाल ने कहा कि यूनिवर्सिटी में कुलपति चयन प्रक्रिया में काफी पारदर्शिता आई है। जिन्हें कुलपति पद पर चयन किया गया है। वह यूनिवर्सिटी को श्रेष्ठ बनाने का लक्ष्य बनाए। पांच साल पहले केजीएमयू की बेहतर रैंकिग होने के बारे में सुना है। बीच में कुछ गड़बड़ हुआ है लेकिन जातिवाद से दूर रहकर फिर से नए विभाग, नवाचार से केजीएमयू को देश की श्रेष्ठ यूनिवर्सिटी बनाना होगा।