विविध
Shiv Sena-जापान से स्वच्छ यात्रा का सूत्र सीखा जाये
Shiv Sena ने सुरक्षित एवं स्वच्छ यात्रा का सूत्र जापान से सीखने की सलाह दी है।
ऐसे समय में बुलेट ट्रेन परियोजना की व्यवहार्यता पर सवाल उठाया जब ‘‘ट्रेनों के पटरी से उतरने की मैराथन’’ जारी है।
प्रधानमंत्री मोदी और शिंजो आबे ने अहमदाबाद और मुंबई के बीच भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना का कल शिलान्यास किया था।
यह ट्रेन तीन घंटे से भी कम समय में 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी।
Shiv Sena ने ऐसे समय में इस परियोजना की व्यवहार्यता पर आशंका जताई हैl
जब देश में हाल में कई रेल दुर्घटनाएं हुई हैं।
Shiv Sena ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा, ‘‘किसी को इस बात पर शक नहींL
कि यह भारतीय रेल की ओर से लापरवाही का सबसे शर्मनाक समय है।
आजकल, बमुश्किल ही कोई ऐसा दिन गुजरता है जब कोई ट्रेन पटरी से नहीं उतरती।
ऐसा लगता है जैसे ट्रेनों के बीच पटरी से उतरने की प्रतिस्पर्धा चल रही है।’’
केन्द्र एवं महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी Shiv Sena ने कहा, ‘‘यहां तक कि रेल विभाग की सबसे प्रतिष्ठित ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस भी पीछे नहीं रही।
यह राष्ट्रीय राजधानी के निकट पटरी से उतर गई।
देश के सबसे सुरक्षित रेल खंड में भारतीय रेलवे की सबसे प्रतिष्ठित रेल का पटरी से उतरना क्या गंभीर बात नहीं है?’’
संपादकीय में कहा गया है कि जापान में वर्ष 1964 से 500 से 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बुलेट ट्रेन चल रही है।
गति महत्वपूर्ण नहीं है लेकिन देखने वाली बात यह है कि इतनी तीव्र गति के बावजूद कभी कोई रेल हादसा नहीं हुआ।
पार्टी ने कहा, ‘‘यह जानना महत्वपूर्ण है कि जापान में बुलेट ट्रेन की सफाई सात मिनट के अंदर हो जाती हैl
और ट्रेन की यात्रा में एक भी मिनट की देरी की जांच होती है।
जापान की तुलना में यहां ट्रेनें रेंगती हैंl
और ट्रेनों के पटरी से उतरने की मैराथन के बावजूद कोई जवाबदेही तय नहीं है।’’
Shiv Sena ने कहा, ‘‘हम रेल यात्रा में 100 प्रतिशत सुरक्षा सुनिश्चित करने की कला जापान से क्यों नहीं सीख सकते?
क्या हम सुरक्षित एवं स्वच्छ यात्रा का उनका सूत्र नहीं सीख सकते?
यदि भारत ने जापान से सुरक्षित रेल यात्रा की तकनीक सीखी होती तो देश को ज्यादा खुशी होती।
यदि सरकार ने जापान रेल संचालन के गुर सीखे होते तो यात्री स्वयं को अधिक सुरक्षित महसूस करते।
शिवसेना ने बुलेट ट्रेन परियोजना की आलोचना करते हुए कहा था कि यह परियोजना आम आदमी का नहींl
बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है।
शिवसेना ने यह भी जानना चाहा था कि क्या उच्च गति वाली अहमदाबाद-मुंबई ट्रेन परियोजना की वास्तव में देश को आवश्यकता है।
जम्मू तवी-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का एक डिब्बा नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पटरी से उतर गया था।
इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ था।
इससे पहले सात सितंबर को जबलपुर जा रही शक्तिपुंज एक्सप्रेस के सात डिब्बे सोनभद्र में पटरी से उतर गये थे।
उसी दिन दिल्ली में मिंटो ब्रिज के पास रांची-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का इंजन पटरी से उतर गये थे।
इस घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया था।
इसी दिन महाराष्ट्र के खंडाला में एक मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गये थे।
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