इस्लामाबाद – पाकिस्तान ने पिछले साल देश में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों पर अमेरिकी विदेश विभाग की एक रिपोर्ट को स्पष्ट तौर से खारिज कर दिया है और कहा है कि केवल राजनीति से प्रेरित रिपोर्ट ही गाजा में चिंताजनक स्थिति को नजरअंदाज कर सकती है।
मंत्रालय ने गुरुवार देर रात जारी एक बयान में कहा, यह बेहद चिंताजनक है कि दुनिया भर में मानवाधिकार स्थितियों को उजागर करने वाली एक रिपोर्ट गाजा जैसे घोर मानवाधिकार उल्लंघन को नजरअंदाज करती है।
बयान में कहा गया है, “मानवाधिकार प्रथाओं पर 2023 देश रिपोर्ट: पाकिस्तान” शीर्षक वाली रिपोर्ट की अनुचित सामग्री और गलत जानकारी पर आधारित है तथा जमीनी हकीकत से परे है।
इसमें कहा गया है कि इस साल की रिपोर्ट एक बार फिर निष्पक्षता की कमी और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एजेंडे के राजनीतिकरण के कारण स्पष्ट है। मंत्रालय के अनुसार, यह स्पष्ट रूप से दोहरे मानकों को प्रदर्शित करता है और इस प्रकार अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार प्रवचन को कमजोर करता है।
गौरतलब है कि अमेरिका द्वारा जारी रिपोर्ट में पाकिस्तान के हालातों की पोल खुल गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में मानवाधिकारों की दुर्गति हो रही है, जिनमें हत्याएं, अपहरण और मनमाने ढंग से हिरासत में रखने सहित अन्य मुद्दे शामिल हैं।
पाकिस्तानी सरकार हालांकि ऐसे दुर्व्यवहार करने वाले अधिकारियों के खिलाफ शायद ही कभी कार्रवाई करे। रिपोर्ट में चीन की भी पोल खोली गयी है जिसमें बताया गया है कि चीन सरकार ने 2017 से 2023 तक दस लाख से अधिक उइगर सहित अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों के सदस्यों को मनमाने ढंग से गिरफ्तार और हिरासत में लिया है।
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