
वंचित महिलाओं हेतु ब्यूटी एण्ड वेलनेस प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारम्भ किया गया
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज यहाँ राजभवन में भिक्षावृत्ति से जुड़ी वंचित महिलाओं एवं लड़कियों को सशक्त बनाने हेतु कौशल सह आजीविका सृजन कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इन महिलाओं हेतु ब्यूटी एण्ड वेलनेस प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारम्भ किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल जी ने कहा कि आज अच्छे काम की शुरुआत हो रही है। महिलाओं ने भिक्षावृत्ति की सोच छोड़ दी है बच्चों और परिवार को आगे बढ़ाने की सोच विकसित हुई है। सोच कमिटमेंट में बदलती है तो अच्छे परिणाम प्राप्त होता है। बच्चे को स्कूल भेजने और प्रेरित करने का काम माताएं करती हैं। उन्होंने कहा कि छोटी उम्र में सीखा गया कार्य तुरंत याद हो जाता है।
राज्यपाल ने कहा कि स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है और आज पूरे भारत में लाखों महिलाएं समूह से जुड़ी है और अच्छा कार्य कर रही है आज समूह की महिलाएं अन्य महिलाओं के लिए नेतृत्वकर्ता की भूमिका का भी निर्वहन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह ने महिलाओं की सोच को परिवर्तित किया है।
राज्यपाल ने कहा कि जब समूह में कार्य होते हैं तो परिवार भी महिलाओं को बाहर निकलने की अनुमति दे देते हैं । उन्होने ऐसे प्रकरण भी बताएं जहाँ महिलाओं ने पारिवारिक विरोध के बाद भी स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर कार्य सीखा और अपने साथ-साथ परिवार का विकास भी किया।
उन्होंने भिक्षावृत्ति छोड़ कौशल प्रशिक्षण से जुड़ कर महिलाओं को प्रतिबद्धता से कार्य करने व स्वरोजगार हेतु प्रेरित किया। उन्होंने समाज के अति निम्न वर्ग और अत्यधिक उच्च वर्ग की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए उच्च वर्ग को निम्नवर्ग की सहायता से जोड़ने को कहा। इसी क्रम में उन्होंने साड़ी बैंक की शुरुआत और उसकी सफलता का उदाहरण भी दिया।