क्या राजस्थान में फिर वापस आएगी कांग्रेस?
राजस्थान में हर विधानसभा चुनाव में सरकार बदल जाती है। लंबे समय से उसका यह ट्रैक रिकॉर्ड बना हुआ है। लेकिन कांग्रेस का दावा है कि इस बार वह इस इतिहास को पलट देगी। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि वह बिना किसी भेदभाव के राज्य के हर वर्ग तक पहुंच बनाने की कोशिश कर रही है।
राज्य का कोई भी परिवार ऐसा नहीं है जो राज्य सरकार की किसी न किसी योजना का लाभार्थी न हो। सरकार ने हर वर्ग तक पहुंच बनाई है। ऐसे में अनुमान है कि राज्य का इतिहास पलट सकता है और अशोक गहलोत सरकार प्रो-इनकंबेंसी फैक्टर के सहारे सत्ता में वापसी कर सकती है।
क्या राजस्थान की सत्ता में कांग्रेस वापसी कर सकती है? अमर उजाला के इस प्रश्न पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह तय करना जनता का काम है कि सत्ता में किसे लाना है और किसे विपक्ष में रखना है। उनकी ओर से कोशिश केवल इतनी ही है कि राज्य के हर वर्ग तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाए। राज्य का कोई भी वर्ग अपने आपको किसी आधार पर वंचित न महसूस करे और सबको आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो।
अशोक गहलोत सरकार के महंगाई राहत कैंपों में लोगों की खूब भीड़ उमड़ रही है। आर्थिक तौर पर कमजोर, विशेषकर ग्रामीण परिवार महंगाई की मार से स्वयं को बचाने के लिए महंगाई राहत कैंपों में अपने आपको रजिस्टर करा रहे हैं। मनरेगा के अंतर्गत हर परिवार को एक न्यूनतम आय सुनिश्चित कर सरकार सबको गरीबी और महंगाई की दो तरफा मार से बचाने का प्रयास कर रही है।
चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत किसी भी परिवार को 25 लाख रूपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा ने सबके ऊपर से इलाज के बोझ को उतार दिया है।