बंगाल में दुर्गा पूजा के जरिये लोगों तक पहुंच रही हैं राजनीतिक पार्टियां
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के दौरान बड़ी संख्या में लोग पूजा पंडालों में पहुंचते हैं और ऐसे में सत्ताधारी एवं विपक्षी राजनीतिक पार्टियां इस अवसर को लोगों तक पहुंचने का जरिया बना रही हैं। पिछले वर्षों की तरह ही इस बार भी राजनीतिक दलों ने लोगों से जुड़ने और अपनी विचारधारा व्यक्त करने वाली पुस्तकों को बेचने के लिए स्टॉल लगाया है। बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सामने खुद को मुख्य विपक्षी पार्टी दल के दौर पर स्थापित करने का प्रयास कर रही भाजपा ने इस बार पूरे राज्यों में पूजा पंडाल के बहार स्टॉल लगाने का फैसला किया है।
राज्य में भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने बताया, “इस बार हमने तय किया है कि हम सभी पूजा पंडालों के बाहर स्टॉल लगाएंगे। इन पुस्तक स्टॉलों का लोगों से जुड़ने वाले मंच के तौर पर प्रयोग किया जाएगा। साथ ही केंद्र में हमारी पार्टी की सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में संदेश देने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाएगा।” उन्होंने बताया कि पार्टी ने यह भी तय किया है कि सामुदायिक पूजा के आयोजन में लगे जिले के नेता पंडालों से संस्कृत में श्लोकों का पाठ करेंगे।
माकपा भी “सामाजिक महोत्सव” के इस मौके को लोगों तक पहुंचने और अपने जनाधार को मजबूत करने का माध्यम मान रही है। वहीं दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस भी इस मौके को अपने पक्ष में करने में कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है। यहां ज्यादातर सामुदायिक दुर्गा पूजा का आयोजन टीएमसी नेताओं और मंत्रियों द्वारा किया गया है। साथ ही पार्टी ने टीएमसी के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ की बिक्री के लिए भी पंडालों के बाहर स्टाल लगाए हैं। टीएमसी कार्यकर्ता राज्य सरकार के विकास कार्यों को बताने में पूरी मुस्तैदी बरत रहे हैं।