कोरिया ओपन: पीवी सिंधु ने जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर जीता खिताब
सोल। भारत की पी वी सिंधू (PV Sindhu) ने आठवीं सीड जापान की नोजोमी आेकुहारा से विश्व चैंपियनशिप के फाइनल की हार का बदला चुकाते हुए रविवार को कोरिया ओपन सुपर सीरिज बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। ओलंपिक और विश्व चैपिंयनशिप की रजत पदक विजेता सिंधू ने विश्व चैंपियन ओकुहारा को एक घंटे 24 मिनट तक चली संघर्षपूर्ण फाइनल में 22-20, 11-21,21-18 से हराकर महिला एकल का खिताब जीत लिया।
सिंधु इसके साथ ही कोरिया में खिताब जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई है। फाइनल में दोनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। दोनों खिलाड़ी एक-एक पॉइंट के लिए संघर्ष करती नजर आईं। नैशनल बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने सिंधु की जीत को खुशी जतायी। सिंधु की जीत के बाद बात करते हुए गोपीचंद ने कहा, ‘क्या शानदार मैच था! दोनों खिलाड़ियों ने कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता दिखायी। यह वर्ल्ड चैंपियनशिप फाइनल जैसा ही मुकाबला था। हां इस बार नतीजा हमारे पक्ष में था। दोनों ही खिलाड़ी ग्रेट चैंपियन हैं।’
शुरुआत में सिंधु ने 5-2 की बढ़त बनाई लेकिन ओकुहारा ने जल्द ही वापसी करते हुए स्कोर को 9-9 से बराबर कर लिया। ब्रेक तक ओकुहारा 11-9 से आगे हो गई थीं। इसके बाद सिंधु (PV Sindhu) ने वापसी करते हुए कुछ अच्छे शॉट्स लगाए। ओकुहारा के पास पहले गे में 20-18 की लीड थी लेकिन यहीं से सिंधु ने लगातार चार पॉइंट जीतकर पहला गेम 22-20 से अपने नाम कर लिया। दूसरे गेम की शुरुआत से ही ओकुहारा ने आक्रामक खेल दिखाया। उन्होंने शुरुआत से ही बढ़त बनाई रखी। ब्रेक टाइम तक वह 11-6 से आगे थीं। ओकुहारा ने अपनी बढ़त को कम नहीं होने दिया और यह गेम 21-11 से अपने नाम कर लिया।
तीसरे और निर्णायक गेम में ओकुहारा ने शुरुआत दो अंकों की बढ़त बनाने के साथ की। लेकिन सिंधु ने जल्द ही वापसी करते हुए 11-6 की बढ़त बना ली। ओकुहारा ने हालांकि बढ़त को कम करने का काम किया लेकिन सिंधु अंत तक निर्णायक बढ़त कायम रखने में कामयाब रहीं। अंत में उन्होंने 21-18 से गेम जीता। ओलिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट सिंधु ने चीन की हि बिंगजियाओ को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। भारत की 22 साल की सिंधु का इससे पहले चीनी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ जीत-हार का रेकॉर्ड 3-5 का था। वह इस साल एशियन बैडमिंटन चैंपियनशिप में भी सिंधु को इस चीनी प्लेयर के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
लेकिन ये पुराने रेकॉर्ड सिंधु की लय के आगे इस बार बेमानी साबित हुए। इस हैदराबादी खिलाड़ी ने दुनिया की सातवें नंबर की प्लेयर को 21-10, 17-21, 21-16 से हरा दिया। दूसरी ओर, ओलिंपिक्स ब्रॉन्ज मेडलिस्ट जापानी खिलाड़ी ने दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी अकाने यामागुची को 21-17, 21-18 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। यह सिंधु के करियर का तीसरा सुपर सीरीज खिताब है। दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी सिंधु ने पिछले साल चाइना सुपर सीरीज जीता थी और इस सीजन में इंडिया ओपन सुपर सीरीज भी अपने नाम किया। तीन सुपर सीरीज जीतने वालीं भारत की पहली खिलाड़ी भी बन गईं। इससे पहले दोनों खिलाड़ियों के बीच 7 भिड़ंत हुई थीं और 4-3 के रेकॉर्ड के साथ ओकुहारा का पलड़ा भारी था।