जन संसदसत्ता पक्ष
ऊर्जा विकास का कारक है: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश के पारेषण तंत्र की भार-वहन क्षमता लगभग 24,000 मेगावाॅट है, जो विगत 03 वर्षाें में लगभग 33 प्रतिशत की वृद्धि का परिचायक है। इसी प्रकार प्रदेश के पारेषण तंत्र की प्रदेश के बाहर से विद्युत आयात की क्षमता आज लगभग 13,900 मेगावाॅट है जो विगत 03 वर्षाें में लगभग 59 प्रतिशत की वृद्धि का परिचायक है।
प्रदेश सरकार का प्रयास है कि पावर फाॅर आल में हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की मंशा के अनुरूप प्रत्येक घर तक 24 घण्टे बिजली की आपूर्ति कर सके। इसे लेकर राज्य सरकार ‘सबको बिजली-हरदम बिजली’ के लक्ष्य पर गम्भीरता से कार्य रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जिला मुख्यालयों में 23 से 24 घण्टे, तहसील मुख्यालयों तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 20-21 घण्टे तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 17-18 घण्टे विद्युत आपूर्ति की जा रही है। 01 करोड़ 24 लाख से अधिक परिवारों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन देकर उनके घरों में उजाला लाने का काम किया गया। उन्होंने कहा कि विद्युत कनेक्शन देने के साथ ही लगभग 01 लाख 75 हजार मजरों का विद्युतीकरण का कार्य भी किया गया।
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