धार्मिक

महाशिवरात्रि पर करें ये उपाय, भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होकर पूर्ण करेंगे आपकी मनोकामनाएं

हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। सनातन धर्म में देवों के देव महादेव की पूजा-अर्चना करने के लिए महाशिवरात्रि को सर्वोत्तम माना गया है। शिवपुराण के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन महादेव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। मान्यता है कि इस विशेष दिन जो भी भक्त सच्ची श्रद्धा और मन से शिव-पार्वती की आराधना करते हैं उनके सभी रोग-शोक दूर हो जाते हैं। पूजा-पाठ के अलावा भी महाशिवरात्रि के दिन कुछ ऐसे उपाय होते हैं जिन्हें करने से भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते है, तो आइए जानते हैं क्या हैं वो उपाय।

बीमारी होगी दूर
महाशिवरात्रि के दिन शुद्ध जल में दूध, मिश्री और काले तिल डालकर शिवलिंग का अभिषेक करें। अभिषेक के लिए तांबे के बर्तन को छोड़कर किसी अन्य धातु के साफ बर्तन का उपयोग करें। अभिषेक करते समय पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके ऊं जूं स: मंत्र का जाप करते रहें। धार्मिक मान्यता के अनुसार ऐसा करने से बीमारी से छुटकारा मिलेगा।

मनोकामना होगी पूर्ण
इस दिन 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से ऊं नम: शिवाय लिखकर,अपने मन में अपनी मनोकामना को बोलते हुए शिवलिंग पर एक-एक करके बेलपत्र चढ़ाएं, इससे आपकी सभी मनोकामनाएं भोलेनाथ पूर्ण करेंगे।

शीघ्र विवाह के लिए
यदि किसी के विवाह में अड़चनें आ रही हैं तो महाशिवरात्रि के दिन से शुरू करके रोज शिवलिंग पर केसर मिला हुआ दूध चढ़ाएं, इससे जल्दी ही आपके विवाह के योग बन सकते हैं। भगवान शिव को पीले रंग का फूल अर्पित करें। इसके अलावा शिवलिंग पर लगातार कुछ दिनों तक इत्र अर्पित करें। ऐसा करने से भी जल्दी विवाह के योग बनेंगे।

मानसिक शांति के लिए
महाशिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके समीप स्थित किसी शिव मंदिर में जाएं और भगवान शिव का जल से अभिषेक करें और उन्हें शुद्ध सफेद चन्दन का लेप लगाएं। इसके बाद मंदिर में कुछ देर बैठकर मन ही मन में ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें, इससे मन को शांति मिलेगी और रोग-शोक दूर होंगे। ऐसा आप नियमित रूप से करें।

अन्य उपाय

इस दिन नंदी (बैल) को हरा चारा खिलाएं, इससे कष्टों का निवारण होगा। जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और मन प्रसन्न रहेगा।

शास्त्रों में अन्न दान को महादान माना गया है। इस दिन गरीबों को भोजन कराएं, इससे आपके घर में कभी अन्न की कमी नहीं होगी और पितरों की आत्मा को शांति मिलेगी।

  • कार्य में विघ्न-बाधा,आपसी कलह और रोग आदि परेशानियों को दूर करने के लिए घर के उत्तर-पूर्व (ईशान) या ब्रह्म स्थान में रुद्राभिषेक करना शुभ परिणाम देगा।
  • शिव के ॐ नम: शिवाय मंत्र का जाप किसी भी समय किया जाता है। इसके धार्मिक लाभ के अलावा ‘ॐ नम: शिवाय’मंत्र स्वास्थ्य लाभ भी देता है। इसके उच्चारण से समस्त इंद्रियां जाग उठती हैं।

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