जारी है अनिश्चितकालीन बंद, और गुरूंग की तलाश
दार्जीलिंग । दार्जीलिंग में हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं, पहाड़ों में आज लगातार 81वें दिन भी अनिश्चितकालीन बंद रहा।
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरूंग फरार हैं और पश्चिम बंगाल पुलिस अभी भी उनकी तलाश के लिए गहन अभियान चला रही है।
शुक्रवार से पुलिस दार्जीलिंग पहाड़ियों और इर्दगिर्द के इलाकों में गुरूंग को खोजने के लिए तलाशी अभियान चला रही है। कई मामलों में उनकी कथित भागिदारी के लिए उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया है। इसमें एक मामला कालिमपोंग पुलिस थाने में बम विस्फोट का भी है जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
गुरूंग पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत भी मामले दर्ज हैं।
बंद को जारी रखने और अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर गोरखालैंड के समर्थकों ने पहाड़ों के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किया और रैलियां निकाली। दार्जीलिंग, कुर्सियांग , मिरिक, सोनाडा और कलिमपोंग में रैलियां निकाली गई।
पहाड़ों के कई हिस्सों में जीजेएम समर्थकों ने धरने और मजबूत किये। बंद के समर्थन में पोस्टर और इश्तहार वितरित किए गए।
दवा की दुकानों और अस्पतालों को छोड़कर सभी दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, स्कूल और कॉलेज बंद रहे।
पार्टी समन्वयक बिनय तमांग ने 12 सितंबर तक के लिए बंद को निलंबित रखने का फैसला दिया था जिसे गुरूंग ने खारिज कर दिया जिसके बाद पहाड़ों में अभी बंद जारी है। राज्य सरकार के साथ अगले दौर की बातचीत 12 सितंबर को ही होनी है।
जीजेएम प्रमुख ने शुक्रवार को तमांग को ‘‘पार्टी लाइन का उल्लंघन करने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने’’ के आरोप के चलते बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों ने कड़ी निगरानी बना रखी है।