सीएम भगवंत मान ने पैतृक गांव में मनाया जन्मदिन, कहा-विस का आगामी सत्र पूरी तरह से वैध
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को अपना 50वां जन्मदिन अपने पैतृक गांव सतौज में मनाया। इस दौरान बड़ी संख्या में युवाओं ने रक्तदान कर उन्हें जन्मदिन की बधाई दी।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब विधानसभा का आगामी सत्र पूरी तरह से कानूनी है। उन्होंने कहा कि 20 और 21 अक्तूबर को होने वाली बैठक कानूनी विशेषज्ञों से सलाह लेकर और भारतीय संविधान के अनुरूप बुलाई गई है।
इस दो दिवसीय सत्र के दौरान कई जनहितैषी विधेयक पेश किए जाएंगे। मान ने कहा कि विधानसभा एक लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई संस्था है जो केवल राज्य के लोगों के प्रति जवाबदेह है, न कि किसी व्यक्ति की इच्छा के अनुसार कार्य करने के लिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में धान की पराली जलाने की प्रवृत्ति को रोकने के लिए पहले ही कई पहल की है। उन्होंने कहा कि एक तरफ, कई प्रगतिशील किसानों ने धान की पराली के उचित प्रबंधन का उदाहरण पेश किया है और दूसरी तरफ, राज्य सरकार ने पंजाब में चल रहे लगभग 2500 भट्ठों में ईंधन के रूप में 20 प्रतिशत कोयले के स्थान पर धान की पराली की गांठों का उपयोग करने की अधिसूचना जारी की है।
मान ने कहा कि पिछले साल की तुलना में धान की पराली के प्रबंधन के लिए किसानों को 23,000 अधिक मशीनें दी गई हैं। उन्होंने कहा कि पराली जलाने के खतरे को रोकने के लिए अधिकारियों को अगले कुछ दिनों तक कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार मंडियों में धान की फसल की सुचारू खरीद प्रक्रिया के साथ-साथ संबंधित जिलों में इसकी तत्काल उठान सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए पहले से ही पर्याप्त व्यवस्था की है कि किसानों को अनाज मंडियों से उनकी फसलें सुचारू रूप से, समय पर और बिना किसी बाधा के मिल सकें। उन्होंने राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई कि किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।
विपक्ष पर साधा निशाना
एक नवंबर की बहस से भागने के लिए विपक्षी नेताओं की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर पंजाब को सरासर धोखा दिया है। इन नेताओं ने लोगों को लूटा और पंजाबियों की पीठ में छुरा घोंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सच है कि इन नेताओं के हाथ पंजाब और पंजाबियों के खून से रंगे हैं। यही कारण है कि वे लोगों का सामना करने से डरते हैं और 1 नवंबर की बहस से भागने के लिए कोई न कोई बहाना बना रहे हैं।
नशे के खिलाफ शुरू होगा निर्णायक युद्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बुधवार को अमृतसर से नशे के खिलाफ एक निर्णायक युद्ध शुरू कर रही है, जिसके तहत राज्य भर से हजारों युवा श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकेंगे और पंजाब से नशे को पूरी तरह से खत्म करने का संकल्प लेंगे।
उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ जमीनी स्तर से अभियान शुरू किया गया है और लोगों के भरपूर सहयोग से इस बुराई को प्रदेश से खत्म किया जाएगा। मान ने कहा कि एक तरफ नशे के सौदागरों को सलाखों के पीछे डाला जा रहा है और नशे की सप्लाई लाइन बंद की जा रही है और दूसरी तरफ नशा पीड़ितों के इलाज और पुनर्वास पर ध्यान दिया जा रहा है।