विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ताल नादोर, जनपद गोरखपुर में 350 करोड़ रुपये की लागत से 80 एकड़ भूमि पर बनने वाले पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय के कार्यों का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया।
इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न योजनाओं यथा नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना, प्रगतिशील पशुपालन प्रोत्साहन योजना, गौ संवर्धन योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दक्षिणांचल क्षेत्र पहले विकास के पैमाने पर पिछड़ गया था। आज डबल इंजन सरकार के प्रयासों से यहां का विकास एक नयी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। गोरखपुर से वाराणसी का मार्ग फोरलेन हो गया है।
यहां 80 एकड़ क्षेत्र में पशु चिकित्सा महाविद्यालय भी स्थापित होगा। भविष्य में यह महाविद्यालय के बाद विश्वविद्यालय भी बनने की क्षमता रखेगा।
मुख्यमंत्री ने लोगों को चिकित्सा महाविद्यालय के शिलान्यास की बधाई देते हुए कहा कि यह गोरखपुर एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला पशु चिकित्सा महाविद्यालय है।
इस महाविद्यालय के माध्यम से यहां के लोगों को पशुओं एवं मछलियों के उपचार के साथ ही, उन्नत किस्म की नस्लें भी प्राप्त होगी। इससे पशुपालन के लिए आवश्यक निर्देश भी प्राप्त होगा। इस संस्थान से युवाओं को रोजगार के लिए एक नया प्लेटफॉर्म भी प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में पहले से ही 04 विश्वविद्यालय है। यह महाविद्यालय भविष्य में पांचवां विश्वविद्यालय बन सकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में डबल इंजन सरकार पूरी मजबूती से कार्य कर रही है।
यह एक नया अवसर है, जिसका लाभ लेने हेतु यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। यह महाविद्यालय न केवल पशुओं तथा जीव-जन्तुओं के स्वास्थ्य परीक्षण का केन्द्र होगा, बल्कि उनकी नस्ल सुधार का भी केन्द्र होगा।