बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि अपराधविज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) ने एक वीडियो क्लिप में केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी एस येद्दयुरप्पा के स्वर नमूने को असली होने की पुष्टि की है। इस क्लिप में दोनों कथित रुप से भाजपा आलाकमान को भुगतान की चर्चा कर रहे हैं।
हालांकि कुमार ने इस वीडियो में छेड़छाड़ किये जाने और निष्कर्ष को राजनीति से प्रेरित होने का आरोप लगाया है। सिद्धरमैया ने पत्रकारों से कहा कि पुलिस कानून के अनुसार एफएसएल के निष्कर्षों पर कार्रवाई करेगी और वह उसे कोई निर्देश नहीं देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘एफएसएल की रिपोर्ट के मुताबिक सीडी में आवाज उनकी (अनंत कुमार और येद्दयुरप्पा की) ही है। पुलिस कानून के अनुसार कार्रवाई करेगी।
जांच पर एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘नहीं, मैं किसी संगठन या पुलिस को निर्देश नहीं दे रहा। पुलिस कानून के अनुसार कार्रवाई करेगी।’’ एफएसएल का निष्कर्ष ऐसे समय में आया है जब भाजपा ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उसके नेताओं को फंसाने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो का दुरुपयोग कर रही है। एफएसएल रिपोर्ट पर सवाल खड़ा करते हुए कुमार ने कहा कि इससे डरने या इसके सामने झुकने का प्रश्न ही नहीं उठता है। एफएसएल रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि स्वर तुलना विश्लेषण साइबर फोरेंसिक विभाग द्वारा नहीं किया गया है और सारी चीजें भौतिकी विभाग के पास भेज दी गयी।
उन्होंने कहा, ‘‘इसका मतलब है कि उन्होंने इलेक्ट्रोनिक साइबर तुलना किये बिना ही यह रिपोर्ट दे दी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पहले ही दिन से मैं अपील कर रहा हूं और मेरे सहयोगी एवं हमारे नेता येद्दयुरप्पा अपील कर रहे हैं कि यदि आपने हमारे बीच की बातचीत सामने रखी है तो पूरी बातचीत सामने रखिए न, यह महज कुछ सेंकेंडों की बातचीत नहीं है।’’ कांग्रेस ने येद्दयुरप्पा और कुमार के बीच एक बातचीत का वीडियो क्लिप नयी दिल्ली में जारी किया था और दावा किया था कि दोनों नेता सत्ता में रहने पर अपने केंद्रीय नेतृत्व को पैसा भेजने की बात कबूल कर रहे हैं।