2 महीने के निचले स्तर पर आया सोने का भाव, रिकॉर्ड हाई से 9000 रुपये है कम
आज का सोना-चांदी का भाव
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को भारतीय बाजारों में आज सोने और चांदी में गिरावट रही। सोमवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर फरवरी वायदा सोने का दाम 0.23 फीसदी प्रति 10 ग्राम टूट गया। वहीं मार्च वायदा चांदी की कीमत में 0.32 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
शुक्रवार के सत्र में सोना सपाट था जबकि चांदी में 0.4 फीसदी की तेजी आई थी। बता दें कि फेडरल रिजर्व के बयान के बाद यूएस बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी से आहत कीमती धातु दिसंबर के उच्च स्तर 48,700 रुपये से गिर गई है।
वैश्विक बाजारों में, सोना बढ़कर 1,795 डॉलर प्रति औंस हो गया। लेकिन जनवरी के शीर्ष स्तर 1,831 डॉलर से कम था। अमेरिकी नौकरियों की ग्रोथ पिछले महीने की अपेक्षा धीमी थी। जबकि फेडरल रिजर्व ने तेजी से दरों में बढ़ोतरी का संकेत दिया। जिससे सोने की कीमतों में शुक्रवार के निचले स्तर से तेजी आई।
सोना-चांदी की नई कीमत-
एमसीएक्स पर सोमवार को फरवरी वायदा सोने का भाव 109 रुपये यानी 0.23 फीसदी गिरकर 47,343 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। वही, मार्च वायदा चांदी की कीमत 192 रुपये यानी 0.32 फीसदी लुढ़ककर 60,415 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
हाल ही में फेडरल रिजर्व ने मार्च से ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। फेड के इस फैसले से अमेरिकी डॉलर को फायदा मिला जबकि सोने पर दबाव बना दिया है। अगस्त 2020 में सोने में ऑलटाइम हाई 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था।
नए साल में आज से सस्ता सोना खरीदने का मौका
इस बीच, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 – सीरीज IX आज से सब्सक्रिप्शन के लिए खुली है। आरबीआई ने शुक्रवार को कहा कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 की अगली किस्त का इश्यू प्राइस, जो सोमवार से पांच दिनों के लिए सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। 4,786 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में एक वित्त वर्ष में एक व्यक्ति कम से कम 1 ग्राम और अधिकतम 4 किलोग्राम सोना खरीद सकता है। वहीं एचयूएफ 4 किलोग्राम और ट्रस्ट 20 किलोग्राम तक के गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के निवेशकों को हर साल 2.5 फीसदी की सालाना दर से ब्याज मिलेगा। यह ब्याज छमाही आधार पर मिलेगा। रिडम्पशन पर कोई कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा। लोन के लिए कोलैटरल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
सुरक्षित, फिजिकल गोल्ड की तरह स्टोरेज की कोई परेशानी नहीं है। एक्सचेंजों पर ट्रेड कर सकते है। फिजिकल गोल्ड के विपरीत कोई जीएसटी और मेकिंग चार्ज नहीं लगता है।
बॉन्ड डायरेक्ट या शेड्यूल्ड प्राइवेट बैंकों, नामित डाकघरों, शेड्यूल्ड विदेशी बैंकों, सरकारी बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL) और लाइसेंस प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों के एजेंटों के जरिये खरीदे जा सकते है।