सीएम तीरथ आज करेंगे बैठक, कुंभ और कोरोना पर ले सकते हैं बड़ा फैसला
उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत आज शुक्रवार की शाम अधिकारियों के साथ कोविड के हालातों को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे। कुछ दिनों से संक्रमण की दर में जिस प्रकार इजाफा हुआ है। उससे सरकार गंभीर है।
इस बैठक में कोविड संक्रमण को रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों पर भी चर्चा की जाएगी। वहीं हरिद्वार कुंभ को लेकर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत पहले ही कह चुके है। कि कोविड नियमों का पालन करते हुए कुंभ अपनी अवधि तक जारी रहेगा।
बैठक में वर्तमान हालात पर मंथन करते हुए आगे की रणनीति तय की जाएगी। सीएम ने कोरोना प्रबंधन से संबंधित सभी विभागों की बैठक बुलाई है।
पूरे उत्तराखंड में रात्रि कर्प्यू लागू
कोविड की दूसरी लहर में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए हरकत में आई प्रदेश सरकार ने पूरे उत्तराखंड में रात साढ़े 10 से सुबह पांच बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाने का एलान किया है।
इसके अलावा सार्वजनिक वाहनों में अब अधिकतम 50 प्रतिशत सवारियां ही बैठाई जा सकेंगी। वहीं कोचिंग संस्थानों, स्वीमिंग पूल और स्पा आदि पर भी रोक लगा दी गई है।
इसके अलावा सार्वजनिक वाहनों में अब अधिकतम 50 प्रतिशत सवारियां ही बैठाई जा सकेंगी। वहीं कोचिंग संस्थानों, स्वीमिंग पूल और स्पा आदि पर भी रोक लगा दी गई है।
सामाजिक दूरी के नियम का पालन सख्ती से करने का इरादा जताया
गुरुवार रात जारी मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) में राज्य सरकार ने सार्वजनकि स्थलों पर सामाजिक दूरी के नियम का पालन सख्ती से करने का इरादा जताया है। सार्वजनिक वाहनों में यात्रियों की संख्या 50 प्रतिशत कर दी गई है।
भीड़ वाले स्थानों के लिए भी 50 प्रतिशत का नियम लागू किया गया है।
वहीं, अब तक सिर्फ देहरादून के कुछ हिस्सों में रात्रि कर्फ्यू था। लेकिन अब पूरे प्रदेश में रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया है। यह रात 10.30 से सुबह पांच बजे तक यह लागू रहेगा।
औद्योगिक शिफ्ट वाले कर्मचारियों, इमरजेंसी वाहन, मालवाहकों से संबंधित व्यक्तियों, बसों, ट्रेनों, हवाईजहाज आदि से उतरने वाले, शादी और संबंधित समारोह आदि से संबंधित व्यक्तियों को रात्रि कर्फ्यू के दौरान आवाजाही की छूट रहेगी।
कुंभ के समय में कोई कटौती नहीं
मुख्य सचिव ओमप्रकाश की ओर से जारी एसओपी में कुंभ की अवधि को सीमित किए जाने के कयासों पर भी पूरी तरह से विराम लगा दिया गया है। एसओपी में साफ कहा गया है कि मेला अवधि पूर्व की भांती रहेगी।
बताया गया कि हरिद्वार मेला क्षेत्र को लेकर भारत सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से 22 जनवरी को जारी मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) और राज्य सरकार की ओर से बीती 26 फरवरी को जारी आदेश लागू रहेगा।
राज्य ने हरिद्वार मेला कुंभ क्षेत्र की अवधि एक अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल तक के लिए जारी की थी। इसका मतलब यह हुआ कि हरिद्वार में महाकुंभ यथावत रहेगा। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी इसकी पुष्टि की।