राज्यपाल ने मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन में ‘ए’ ग्रेड मिलने पर राजभवन में सम्मानित किया
प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज यहां राजभवन के प्रज्ञाकक्ष में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर की नैक टीम कमेटी के सदस्यों को नैक मूल्यांकन में ‘ए’ ग्रेड प्राप्त होने पर प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन हेतु प्रथम प्रयास में ही ‘ए’ ग्रेड प्राप्त हुआ है। उन्होंने इस अवसर पर कुलपति एवं नैक तैयारी के लिए गठित कमेटी के सदस्यों को बधाई दी और उन्हें इस उपलब्धि के लिए की गई तैयारियों को राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों से साझा करने के लिए प्रेरित किया, जिससे आवश्यक सुधार करके अन्य विश्वविद्यालय भी नैक मूल्यांकन में उत्कृष्ट श्रेणी प्राप्त कर सकें।
राज्यपाल ने इस अवसर पर राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों की व्यवस्थाओं में सुधार हेतु अपनी प्रतिबद्धता को स्पष्ट किया और इस दिशा में निरन्तरता से किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा भी की। उन्होंने विश्वविद्यालय की नैक कमेेटी के सदस्यों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि उन्हें अब आगे अपनी शेष कमियों को दूर करते हुए ‘ए़़++’ श्रेणी को प्राप्त करने के लिए प्रयास करना है। इसी क्रम में उन्होंने विश्वविद्यालय को अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग में लाने की दिशा में उपक्रम करने के लिए भी प्रेरित किया।
उन्होंने हाल ही में चण्डीगढ़ विश्वविद्यालय, चण्डीगढ़ तथा पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ़ में अपने भ्रमण के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या मे विद्यार्थी वहां शिक्षा प्राप्त करने जाते हैं। हमें प्रयास करना होगा कि यहां के विद्यार्थियों को प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की उच्च शिक्षा प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि चण्डीगढ़ के शिक्षा संस्थानों में भ्रमण की शीघ्र ही एक अनुकरणीय रिपोर्ट अन्य विश्वविद्यालयों को उपलब्ध कराई जायेगी, जिससे वहां आवश्यक सुधार कर स्तरीय व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा सकें।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 जे0पी0 पाण्डेय ने बैठक में नैक द्वारा सातों क्राइटेरिया पर दिए गए अंकों को प्रस्तुतीकरण के साथ अपनी समग्र तैयारियों के बारे में भी अवगत कराया। उन्होंने इस दिशा में विश्वविद्यालय के एल्युमिनाई तथा विद्यार्थियों के विशेष सहयोग के बारे में भी बताया। कुलपति ने कुलाधिपति महोदया के प्रोत्साहन और निर्देशन का विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि राज्यपाल महोदया की प्रेरणा और निर्देशन के कारण ही विश्वविद्यालय ने इस दिशा में प्रयास किया है, जिसमें नेक मंथन कार्यशाला से बेहतर दिशा-निर्देश मिलने से सही दिशा में प्रयास सम्भव हो सका।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को नैक में ‘ए’ ग्रेड प्राप्त होने से उन्हें अब अधिक ग्रान्ट प्राप्त हो सकेगी लेकिन इसका सीधा फायदा विश्वविद्यालय के छात्रों को मिलना प्रारम्भ हो गया है। अब कई प्रतिष्ठित कम्पनियों ने अच्छे पैकेज पर विद्यार्थियों का प्लेसमेंट करने का कार्य प्रारम्भ कर दिया है।
इस अवसर पर प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल, अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश गुप्ता, विशेषकार्याधिकारी शिक्षा पंकज जॉनी, सहित नैक के सातों क्राइटेरिया पर तैयारी के लिया गठित कमेटी के सभी सदस्य उपस्थित थे।