यूपी में जारी किसान आंदोलन को खत्म कराने के निर्देश, सभी एसपी व डीएम एक्शन मोड में
लखनऊ। दिल्ली में किसान आंदोलन की आड़ में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद यूपी सरकार ने यूपी-दिल्ली बॉर्डर व अन्य जिलों में चल रहे धरने को खत्म करवाने का फैसला कर लिया है। इसको लेकर सभी जिलाधिकारी व पुलिस कप्तानों को प्रदर्शन स्थलों को खाली करवाने के निर्देश दे दिए गए हैं। राज्य सरकार की ओर से किसानों से आग्रह किया गया है कि जहां-जहां वह धरने पर बैठे हैं, वे खुद ही आज खाली कर दें। सरकार उन्हें उनके घर जाने तक फ्री सर्विस भी देग। सभी डीएम-एसपी भी धरने को खत्म कराने के लिए किसानों से वार्ता कर रही है। कई जिलों में धरने समाप्त भी हो रहे हैं। उधर गाजीपुर से प्रदर्शनकारी किसानों को यूपी पुलिस ने आज रात तक हटने का अल्टीमेटम दे दिया है। गाजीपुर में बसें पहुंची हैं और अभी लगभग 1200 किसान मौजूद हैं।
मथुरा में धरना समाप्त-
मथुरा में डीएम और एसएसपी की किसानों से वार्ता के बाद मोरकी मैदान में चल रहा धरना समाप्त हो गया है। उन्होंने किसानों की समस्या का हल कराने का आश्वासन दिया है। किसान अध्यादेश पर किसानों ने भी ज्ञापन सौंपा है। 20 जनवरी से यहां किसानों का धरना चल रहा था। आज किसान संगठनों से बातचीत में पूर्व सांसद बाबूलाल चौधरी भी मौजूद रहे। वहीं बागपत में चल रहे किसान आंदोलन को पुलिस ने बुधवार देर रात ही खत्म करा दिया थी।
पुलिस को करना पड़ गया हल्का बल प्रयोग-
इससे पूर्व बुधवार आधी रात बागपत में कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 40 दिनों से चल रहे धरने को पुलिस-प्रशासन ने खत्म करवा दिया। डीएम व एसपी के निर्देशन में धरना स्थल पर पहुंची कई थानों की फोर्स ने हल्का बल प्रयोग कर धरना स्थल पर मौजूद किसानों को खदेड़ दिया। नेशनल हाईवे 709b पर चल रहे धरने में दर्जनों से ज्यादा लोग बैठे थे, जिन्हें पुलिस ने धरना स्थल से खदेड़ कर वापस घर भेज दिया।