होलीकोत्सव में उत्तराखण्ड के होलीयारे
उत्तराखण्ड महापरिषद के तत्वाधान में आयोजित पारम्परिक होलीकोत्सव में उत्तराखण्ड के होलीयारों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। उत्तराखण्ड के पारम्परिक शास्त्रीय गायन शैली पर आधारित होली गीतों के एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत किये जिसमें हरि धरें मुकुट खेलें होली……होली खेलें नन्दलाल…..आदि की सुन्दर प्रस्तुति के साथ ही महिलाओं ने पारम्परिक बैठकी होली के गीत प्रस्तुत किये।
वाद्ययन्त्रों पर सी.एम.जोशी, ढोलक पर जगत सिंह राणा, बांसुरी पर नन्दन सिंह खन्नी तथा हुडके पर शेर सिंह भाकुनी ने धूम मचाई।
लोक गायिका हरितिमा पन्त तथा डा0 करूणा पन्त आदि महिलाओं ने होलीकोत्सव पर सुन्दर गीत प्रस्तुत किये। इस अवसर पर दीवान सिंह अधिकारी, मोहन सिंह बिष्ट, हरीश चन्द्र पन्त, मंगल सिंह रावत, पूरन सिंह जीना, के.एस.चुफाल, भरत सिंह बिष्ट, भुवन पाटक, बहादुर सिंह रावत, भुवन पटवाल, महेन्द्र सिंह गैलाकोट सहित सैकड़ों पदाधिकारी उपस्थित रहे।
अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि उत्तराखण्ड का पारम्परिक होली गायन का गौरवशाली इतिहास रहा है। महापरिषद अपनी सांस्कृतिक धरोहर को बचाने के लिए प्रयासरत रही है। अध्यक्ष ने सभी पदाधिकारियों एवं उपस्थित सभी लोगों को होली की हार्दिक शुभकामनायें दीं।