
सोमवती अमावस्या का स्नान हुआ संपन्न
हरिद्वार कुंभ 2021
ऋषिकेश/हरिद्वार 12 अप्रैल7 आज महाकुंभ के पहले शाही स्नान पर सभी तेरह अखाड़ों ने मां गंगा में स्नान किया। जिसमें सात सन्यासी अखाड़े और तीन बैरागी अखाड़े व तीन वैष्णव अखाड़े हर की पेडी ब्रह्मकुंड पर शाही स्नान को पहुंचे। प्रशासन द्वारा इस क्रम में अखाड़ों को शाही स्नान कराने की व्यवस्था की थी।
सुरक्षा ब्यवस्था भी चाक चौबंद कर दी गयी थी। वहीं ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर सोमवती अमावस्या स्नान संपन्न हुआ। प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने हरिद्वार में सोमवती अमावस्या स्नान संपन्न होने पर शुभकामनाएं दीं।
कोविड के बीच प्रथम शाही स्नान चुनौती से कम नहीं था।
सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा अपने साथी आनंद के साथ अपनी छावनी से 08:30 बजे चला। और संतों ने हर की पौड़ी पर पहुंचकर मां गंगा में स्नान किया। उसके बाद प्रात 09:00 बजे चल कर जूना अखाड़ा व अग्नि, आवाहन और किन्नर अखाड़ा ने स्नान कया।
जूना अखाड़े से निकलकर हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड में स्नान किया। उसके बाद महानिर्वाणी अपने साथी अटल के साथ कनखल से हर की पौड़ी की समय 09:30 स्नान किया। उसके बाद तीनों बैरागी अखाड़े श्री निर्मोही अणी, दिगंबर अणी, निर्वाणी अणी 10:30 बजे अपने हाथों से चलकर हर की पौड़ी स्नान को पहुंचे।
उसके बाद श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा दिन 12:00 बजे अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर स्नान हेतु पहुंचा। जिसके बाद श्री पंचायती नया उदासीन लगभग अपराह्न 02:30 बजे अपने अखाड़े की हर की पौड़ी स्नान को आया। उसके बाद आखिर में श्री निर्मल अखाड़ा लगभग 03:00 के करीब अपने अखाड़े से हर की पौड़ी की ओर रूख किया।
इस बीच हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर सुबह 8:00 बजे से लेकर देर शाम तक किसी भी व्यक्ति का ब्रह्मकुंड पर स्नान करना प्रतिबंधित रहा। मेला प्रशासन के द्वारा की गई गाइडलाइन के अनुसार आम जनता एवं श्रद्धालुओं ने हरिद्वार के अन्य घाटों में सोमवती अमावस्या का स्नान कर पुण्य अर्जित किया।
डा. हरीश गौड़