वो तीन कारण जिसकी वजह से शेयर बाजार में मचा हड़कंप, एक्सपर्ट्स ने कहा- निवेशक घबराए नहीं
हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत सुस्त हुई थी। लेकिन देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री की ओर से आई निगेटिव खबरों ने बाजार पर दबाव बढ़ाने का काम किया। रिलायंस का शेयर दिन के कारोबार में 4 फीसदी से ज्यादा टूट गया। एक्सपर्ट्स का कहना है कि Reliance-Aramco डील रद्द हो गई है। इस खबर का असर रिलायंस के शेयर पर है।
वहीं, आने वाले दिनों में ब्याज दरें बढ़ने की खबरों ने निवेशकों की चिंताएं बढ़ा दी है। हालांकि, घरेलू निवेशकों को घबराने की जरुरत नहीं है। क्योंकि कच्चा तेल सस्ता हो रहा है। ऐसे में अर्थव्यवस्था और कंपनियों को इससे सहारा मिलेगा।
शेयर बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण
शेयर बाजार को इस समय सबसे बड़ी चिंता ब्याज दरें बढ़ने की सता रही है। क्योंकि अमेरिका में जल्द इस पर फैसला हो सकता है। ऐसे में विदेशी निवेशकों के लिए भारत में पैसा लगाना ज्यादा फायदेमंद नहीं रह जाएगा।
रिलायंस के शेयर में गिरावट का असर- शुक्रवार को एक बड़ी खबर आई. रिलायंस इंडस्ट्रीज और सऊदी अरामको ने अपनी डील रद्द करके इसके री-एवलूएशन का फैसला किया है।
अरामको ( Saudi Aramco) को रिलायंस के ऑयल टु केमिकल ( O2C) बिजनेस में 20 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदनी थी। लेकिन दोनों ने बदलते हुए माहौल में इस सौदे को रद्द कर दिया है।
इसीलिए सोमवार की सुबह से रिलायंस के शेयर में गिरावट जारी है। ब्रोकरेज हाउस ने शेयर का लक्ष्य 10 फीसदी तक घटा दिया है।
अब आगे क्या होगा?
शेयर बाजार में गिरावट अगले कुछ दिन और जारी रह सकती है। लेकिन इससे निवेशकों को घबराना नहीं है। ब्लकि ये अच्छा मौका है। क्योंकि क्रूड में गिरावट आ रही है। इसका कंपनियों की आमदनी पर इसका सीधा असर होगा। कंपनियों की लागत घटेगी और मुनाफे में ढ़ोतरी होगी।
यूएस डॉलर इंडेक्स में मजबूती देखने को मिली। अब जानकारों का कहना है कि यह भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए चिंता का विषय है क्योंकि डॉलर में मजबूती से एफआईआई के फ्लो पर असर पड़ सकता है।
विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार बिकवाली के मोड में है। 18 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में एफआईआई ने 4,410.9 करोड़ रुपये की बिकवाली की है जबकि डीआईआई ने 3926.53 करोड़ रुपये की खरीदारी की है। नवंबर महीने में एफआईआई ने अब तक 10,000 करोड़ रुपये की बिकवाली की है जबकि डीआईआई ने करीब इतने की ही खरीदारी की है।



