
राजभवन में कला एवं शिल्प महाविद्यालय, ललितकला संकाय, लखनऊ द्वारा एक दिवसीय पॉटरी डिजाइन कार्यशाला का आयोजन
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से आज राजभवन में कला एवं शिल्प महाविद्यालय ललितकला संकाय, लखनऊ द्वारा एक दिवसीय पॉटरी डिजाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। राज्यपाल जी ने सिरेमिक प्लेेट पर हस्ताक्षर देकर पॉटरी कार्यशाला का उद्घाटन किया। वर्कशाप में कॉलेज ऑफ आटर््स एण्ड क्राफ्ट्स के 55 विद्यार्थियों ने सीरेमिक प्लेटों पर डिजाइनिंग करने के लिए भाग लिया।
कार्यशाला के समापन पर राज्यपाल जी ने बच्चों द्वारा बनाई गई सुन्दर तथा रंगीन कलाकृतियों का अवलोकन किया तथा उनकी सराहना करते हुए कहा कि उनके द्वारा बनाई गई कलाकृतियाँ अद्भुत हैं। उन्हें इसका प्रयास करते रहना चाहिए और अपने से छोटे बच्चों को भी इसका प्रशिक्षण देना चाहिए।
उन्होंने बच्चों को राजभवन में बार-बार आने का निमंत्रण देते हुए कहा कि उनके आने से राजभवन का प्रांगण खिल उठा है। इस अवसर पर उन्होंने कार्याशाला में प्रतिभाग करने वाले समस्त 55 बच्चों को स्वयं प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया तथा अपना आर्शीवाद दिया और कहा कि उनके द्वारा बनाई गई कलाकृतियाँ अब राजभवन की दीवारों की शोभा बढ़ाएंगी। इसी क्रम में बच्चों ने अपने द्वारा बनाई गई राज्यपाल जी की फोटो उनको भेंट की।
उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय को सुझाव दिया कि ऐसी कार्यशाला का आयोजन करके आंगनवाड़ी और प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को भी प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, जिससे वे बच्चे भी बड़े होकर इस दिशा में आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय को भातखण्डे विश्वविद्यालय, लखनऊ के साथ समन्वय बनाकर बच्चों को गीत-संगीत तथा नृत्य की भी शिक्षा देनी चाहिए, जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल जी ने अपने प्रेरक शब्दों से कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी छात्रों को प्रोत्साहित किया और कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रत्येक छात्र-छात्राओं से मुलाकात की। राज्यपाल ने उनके कार्य की प्रशंसा तथा उत्साहवर्द्धन करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर विशेष कार्याधिकारी शिक्षा श्री पंकज जॉनी, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति श्री आलोक कुमार राय, कला एवं शिल्प महाविद्यालय के संकाय सदस्य तथा राजभवन के अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।