
चंडीगढ़ में बना गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, हजारों लोगों ने बनाई राष्ट्रीय ध्वज की ह्यूमन इमेज
चंडीगढ़ के सेक्टर 16 स्टेडियम में लहराते हुए राष्ट्रीय ध्वज की सबसे बड़ी मानव छवि का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया है। पहले ये रिकॉर्ड यूएई के नाम था। जिसे अब तोड़ दिया गया है। इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए 5885 लोगों की भीड़ जमा हुई। केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी भी इस मौके पर यहां मौजदू थीं। ये उपलब्धि चंडीगढ़ विश्वविद्यालय और एनआईडी फाउंडेशन ने हासिल की।
GWR आधिकारिक निर्णायक स्वप्निल डांगारीकर ने कहा कि इस रिकॉर्ड का शीर्षक ‘लहराते हुए राष्ट्रीय ध्वज की सबसे बड़ी मानव छवि’ है। ऐसा ही एक रिकॉर्ड सालों पहले यूएई में बनाया गया था। आज वह रिकॉर्ड टूट गया है. 5885 लोगों की भागीदारी के लिए धन्यवाद।
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि मैं चडीगढ़ विश्वविद्यालय और NID फाउंडेशन को बधाई देना चाहूंगी। ये हम सभी के लिए गौरवान्वित होने का विषय है। हर व्यक्ति का मन एक ही भाव से परिपूर्ण हुआ कि हम जब तक जिंदा है। तब तक तिरंगे की आन, बान, शान में अपने कर्तव्य से अपने आप को समर्पित रखेंगे।
हर घर तिरंगा अभियान का समर्थन किया
आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर देश में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चलाया जा रहा है। सरकार से लेकर आम लोग तक इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। एनआईडी फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक और चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के चांसलर एस सतनाम सिंह संधू ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था।
कि मौके पर 10 हजार से ज्यादा लोग एकत्र होंगे। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी और अन्य शैक्षणिक संस्थान के 8650 से ज्यादा स्टूडेंट्स, साथ ही NID फाउंडेशन के वॉलेंटियर्स ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को मजबूत करने के उद्देश्य से गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास करेंगे।
#WATCH | Guinness World Record for the largest human image of a waving national flag achieved by Chandigarh University and NID Foundation at Chandigarh today.
Union Minister Meenakashi Lekhi was also present here on the occasion. pic.twitter.com/6jRgnsi5um
— ANI (@ANI) August 13, 2022
इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक गतिविधियां भी हुईं. कला, शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सार्वजनिक मामलों, समाज सेवा और साहित्य के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों के लिए लोगों को पुरस्कार भी प्रदान किए गए। स्वतंत्रता सेनानियों और सशस्त्र बलों के कर्मियों के वीरतापूर्ण कार्यों और बलिदानों का सम्मान करने के लिए ये समारोह हुआ।



