
विश्व स्तरीय गोमतीनगर रेलवे स्टेशन लगभग तैयार, सितंबर माह के दूसरे सप्ताह में पूरी तरह से चालू करने की तैयारी
विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस गोमतीनगर रेलवे स्टेशन बनकर लगभग तैयार हो चुका है। स्टेशन पर 96 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। सितंबर के दूसरे सप्ताह इसे चालू करने की तैयारी है।
रेलवे की एजेंसी रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (आरएलडीए) स्टेशन पर निर्माण कार्य करवा रही है। 390 करोड़ रुपये लागत से तैयार ये स्टेशन उत्तर भारत का सबसे आधुनिक रेलवे स्टेशन है। ये मल्टीपर्पज ट्रांसपोर्ट हब के रूप में भी पहचान बनाएगा। स्टेशन को आधुनिक और यात्री-अनुकूल केंद्र के रूप में डिजाइन किया गया है। स्टेशन परिसर में दो कॉमर्शियल टॉवर बनाए गए हैं। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए ग्रीन बिल्डिंग के रूप में विकसित किया गया है।
कॉनकोर्स की छत पर सोलर पैनल लगाए गए हैं। अभी इस स्टेशन से 19 ट्रेनों का संचालन हो रहा है। 8 ट्रेनें यहां से शुरू होती हैं और अन्य का ठहराव है।फिलहाल स्टेशन पर पेंटिंग, वायरिंग, फिटिंग, लैंडस्केपिंग और टेस्टिंग का काम तेजी से चल रहा है। एस्केलेटर और लिफ्ट की टेस्टिंग भी अंतिम चरण में है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि उद्घाटन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सितंबर माह के दूसरे सप्ताह में इसे शुरू कर देने की संभावना है।
चलाई जा रही चार अमृत भारत एक्सप्रेस
यह स्टेशन पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल और दिल्ली जैसे प्रमुख मार्गों के लिए सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करता है। हाल ही में चार नई अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू की गई हैं, जिनमें पटना-गोमतीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस, दरभंगा-गोमतीनगर अमृत भारत एक्सप्रेस, मालदा टाउन-गोमतीनगर अमृत भारत एक्सप्रेस और लखनऊ से होकर गुजरने वाली बापूधाम मोतिहारी-आनंद विहार टर्मिनल शामिल हैं।