कारोबार
रिकॉर्ड तोड़ सप्लाई के बाद भी प्याज क्यों हो रहा है महंगा?
भारी बारिश से पूरे देश में टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचा है, जिससे टमाटर की कीमतें 300% से अधिक बढ़ गई हैं. हालांकि, प्याज की कीमतें भी बढ़ रही हैं, भले ही मंडियों में आवक बढ़ी हो। एगमार्कनेट के आंकड़ों के अनुसार, एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव में 8 जुलाई को प्याज की मॉडल कीमत 1340 रुपये प्रति क्विंटल थी, जो अगस्त महीने में बढ़कर 1,725 प्रति क्विंटल हो गई है।
प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- कम बारिश से प्याज की फसल को नुकसान
- घरेलू मांग में वृद्धि
- अच्छी गुणवत्ता वाले प्याज की कमी
- महाराष्ट्र में अप्रैल-मई में हुई बारिश से प्याज के स्टॉक को नुकसान
प्याज की कीमतें बढ़ने से आम लोगों की जेब पर भारी पड़ रही है। सरकार को इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए और प्याज की कीमतों को कम करने के लिए कदम उठाने चाहिए।
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