21 तोपों की सलामी, फ्लाई पास्ट के साथ मार्शल अर्जन सिंह को अंतिम विदाई
देश ने भारतीय वायुसेना के महान योद्धा मार्शल Arjan Singh को आज अश्रुपूरित अंतिम विदाई दी। लड़ाकू विमानों के फ्लाई पास्ट सहित पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ आज सुबह मार्शल अर्जन सिंह का अंतिम संस्कार किया गया।
दिल्ली कैंट के बरार चौक में मंत्रोच्चार के बीच उनका पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। उनके अंतिम संस्कार के दौरान कई राजनीतिक हस्तियां, तीनों सेनाओं के प्रमुख तथा शीर्ष अधिकारी मौजूद थे।
सिंह को 21 तोपों की सलामी दी गयी। भारतीय वायुसेना के तीन सुखोई लड़ाकू विमानों ने फ्लाई पास्ट कर वायुसेना के एकमात्र पांच-रैंक वाले मार्शल अर्जन सिंह को श्रद्धांजलि दी। भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों ने भी मार्च पास्ट कर उन्हें सलामी दी। सुखोई विमानों ने ‘मिसिंग मैन फॉरमेशन’ बनाया। हवा में बनने वाला यह फॉरमेशन दिवंगत सैन्य अधिकारी के सम्मान में बनाया जाता है।
सिंह के निधन पर शोक स्वरूप आज राजधानी दिल्ली में सभी सरकारी इमारतों पर तिरंगा आधा झुका रहेगा। वहीं पंजाब में प्रदेश सरकार ने तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। वर्ष 1965 के भारत-पाक युद्ध के नायक और पांच सितारा रैंक तक पदोन्नत किये गये वायुसेना के एकमात्र अधिकारी मार्शल अर्जन सिंह का शनिवार को निधन हो गया था।
वह 98 वर्ष के थे। उन्हें दिल का दौरा पड़ने के बाद सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके परिवार में एक बेटा और एक बेटी है। उनकी पत्नी 2011 में ही गुजर गयी थीं।
मार्शल अर्जन सिंह के पार्थिव शरीर को आज सुबह तिरंगे में लपेट कर एक बख्तरबंद वाहन से बरार चौक शमशान तक लाया गया। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मार्शल अर्जन सिंह को उनके अंतिम संस्कार से पहले पुष्पांजलि अर्पित की। तीनों सेनाओं के सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बिरेन्द्र सिंह धनोआ, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लाम्बा और थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भी अंतिम संस्कार से पहले मार्शल अर्जन सिंह को श्रद्धांजलि दी।
अंतिम संस्कार के दौरान रक्षा मंत्री सीतारमण, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी भी मौजूद थे। थल सेना, वायु सेना और नौसेना के पूर्व प्रमुख भी मार्शल अर्जन सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल हुए।