
मुख्यमंत्री ने जनपद आगरा में लघु उद्योग भारती द्वारा आयोजित उ0प्र0 उद्यमी महाधिवेशन को सम्बोधित किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लघु उद्योग अर्थव्यवस्था की रीढ़ होता है। कम खर्च में पर्यावरण के सभी मानकों को पूरा करते हुए कम स्थान पर ज्यादा रोजगार का सृजन कर ज्यादा परिवारों को रोजगार व आर्थिक स्वावलम्बन लघु उद्योग के माध्यम से ही सम्भव हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने आज जनपद आगरा में लघु उद्योग भारती द्वारा आयोजित उत्तर प्रदेश उद्यमी महाधिवेशन को सम्बोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने लघु उद्यमियों से आह्वान किया कि साफ नीयत, बेहतर संवाद के साथ व्यवसाय के लिए आगे बढ़ें। डबल इंजन की सरकार पूरी प्रतिबद्धता से आपकी सुरक्षा व संरक्षा मंे आपके साथ खड़ी है। उद्योग के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की ऐसी बहुत सी नीतियां हैं, जो उद्यमियों/व्यापारियों की समस्याओं का स्थानीय स्तर पर समाधान कर देती हैं। प्रदेश सरकार ने निवेश मित्र, निवेश सारथी जैसे विभिन्न तकनीकी कार्याें से निवेश को जोड़ने का कार्य किया है। प्रदेश में उद्यमी काॅलेज, विश्वविद्यालय, आई0टी0आई0, पॉलीटेक्निक जैसे किसी स्थानीय संस्थान से टाईअप करते हुए वहां के विद्यार्थियों को अपने उद्योग में प्रशिक्षण देकर दक्ष मैन पावर की उपलब्धता आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपीसीडा, औद्योगिक विकास विभाग, एम0एस0एम0ई0 विभाग इस बात को सुनिश्चित करें कि व्यावसायिक संस्थानों में कार्यरत इन विद्यार्थियों का पी0एम0 इन्टर्नशिप या सी0एम0 इन्टर्नशिप स्कीम के अन्तर्गत रजिस्ट्रेशन होने पर आधा मानदेय सरकार देगी और आधा मानदेय वह इण्डस्ट्री (संस्थान) देगी।
इससे फायदा होगा कि हमारे पास आने वाले समय में अनुभवी युवाओं की टीम खड़ी होगी। जिसे हम धीरे-धीरे इण्डस्ट्री के लिए उपयोगी बना पाएंगे और उनके कौशल विकास में मदद कर पाएंगे। विभिन्न सेक्टर में सम्भावनाएं बनी हुई हैं। यदि हम इन सभी प्लेटफार्म का उपयोग करते हुए अपने युवाओं को अधिक से अधिक संख्या में प्रशिक्षित करते हैं, तो इसके बेहतरीन परिणाम हम सबके सामने आएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्राचीन काल से लघु उद्यम की आबाद भूमि रही है। विभिन्न प्रकार के उद्यम राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से प्रदेश सरकार ने वर्ष 2018 में राज्य में ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ (ओ0डी0ओ0पी0) योजना की अपनी अभिनव योजना शुरू की।
ओ0डी0ओ0पी0 के माध्यम से परम्परागत उद्यम को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा लोगों को तकनीक, डिजाइन, पैकेजिंग का प्रशिक्षण देने तथा मार्केट उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। इस योजना के अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। 05 वर्षाें में ढाई गुना एक्सपोर्ट बढ़ा है।
बीते दिनों ग्रेटर नोएडा में आयोजित यू0पी0 इण्टरनेशनल टेªड शो में लघु उद्योग भारती सहयोगी संस्था थी। इस 04 दिवसीय ट्रेड शो में कुल 05 लाख से अधिक बायर्स आये थे, जिसमें प्रदेश के 2000 से अधिक एक्जीबिटर्स व 500 से अधिक विदेशी बायर्स शामिल थे। इस अवसर पर पूरी दुनिया ने उद्योग के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के सामथ्र्य को देखा।
02 दिन पूर्व जनपद भदोही में अन्तरराष्ट्रीय कालीन मेला का आयोजन किया गया। वहां के उद्यमियों के हुनर को देखकर लगा कि पहले कैसे इनकी उपेक्षा होती थी। भारत प्रतिवर्ष 17 हजार करोड़ रुपये का कारपेट एक्सपोर्ट करता है, जिसमें 10 हजार करोड़ रुपए का कारपेट जनपद भदोही, मिर्जापुर व वाराणसी से एक्सपोर्ट होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाया है। उत्तर प्रदेश एम0एस0एम0ई0 प्रोत्साहन नीति-2022 के अन्तर्गत आज जब कोई उद्यमी प्रदेश में नया उद्योग खोलता है तो, उसे 01 हजार दिनों तक कोई एन0ओ0सी0 नहीं लेनी पड़ती है। राज्य में बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित हो रहा है। प्रदेश सरकार ने फ्लैटेड फैक्ट्री के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया है। जनपद आगरा में एक फ्लैटेड फैक्ट्री काॅम्प्लेक्स बन रहा है। साथ ही, जनपद कानपुर व गोरखपुर में भी फ्लैटेड फैक्ट्री स्थापित हो रही है।



