मयंक फ़ाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत करवाया सेमिनार
फ़िरोज़पुर मयंक फ़ाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज फ़िरोज़पुर में कार्यरत विभिन्न डिलीवरी राइडर्स के लिए रोड सेफ़्टी सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें हेलमेट के उपयोग पर गंभीरता से चर्चा की गई।
डॉ अनिरुद्ध गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित सेमिनार में दीपक शर्मा, प्रिंसिपल याचना चावला, हरिंदर भुललर ने हेलमेट की अनिवार्यता के बारे में श्रोताओं से विस्तार में चर्चा करी।
डॉ अनिरुद्ध गुप्ता ने बताया कि बुनियादी सड़क सुरक्षा मानदंडों में हुई कोताही पिछले वर्ष 66000 से अधिक लोगों की मृत्यु का कारण बनी। सीट बेल्ट न पहनने के कारण 17000 लोगों की जान गयी और हेलमेट न पहनना 50000 से अधिक वाहन चालकों के जीवन पर भारी पड़ा।
हरिंदर भुललर ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि मयंक फ़ाउंडेशन द्वारा जो हेलमेट आपको निःशुल्क भेंट किए गए हैं उसके पीछे मक़सद यह है कि आप सभी सुरक्षित रहें । जिस पीड़ा के कारण मयंक फ़ाउंडेशन का गठन हुआ, आप या आपका परिवार उस से कभी न गुजरे।
फ़ाउंडेशन के संस्थापक दीपक शर्मा ने हेलमेट की उपयोगिता के बारे मैं बताते हुए कहा कि दो पहिया वाहन चालकों की सुरक्षा के लिए हेलमेट बनाए गए हैं। एक सर्वे के मुताबिक, सड़क दुर्घटना होने पर सिर में चोट लगने से ही अधिकतर मौतें होती हैं।
ऐसे में अगर चालक हेलमेट पहनता है तो उसके बचने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन इसके बावजूद लोग हेलमेट नहीं पहनते। इसके बाद सड़क दुर्घटना में अपनी जान गंवा देते हैं। हेलमेट लगा होने से आपका सिर पूरी तरह से सुरक्षित हो जाता है।