
पुलिस रेडियो विभाग स्थापना दिवस समारोह
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस रेडियो विभाग के स्थापना दिवस समारोह में कहा कि पुलिस बल के लिए तकनीक का बहुत महत्व है। सूचना के आदान-प्रदान के साथ ही, महत्वपूर्ण जानकारी लेने, सटीक जानकारी को तत्समय सटीक स्थलों तक पहुंचाने में पुलिस दूरसंचार विभाग की बड़ी भूमिका होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने देश में पहली बार वर्ष 1938 में हरिद्वार कुम्भ के अवसर पर वायरलेस सेट का प्रयोग किया था। आगे चलकर रेडियो मुख्यालय की स्थापना हुई।
वर्ष 2019 तक आते-आते हम हाथी से हैण्डसेट तक पहुंच गये। आज मोबाइल के माध्यम से प्रदेश में एक जगह बैठकर सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें तकनीक से भाग नहीं सकते। समय के अनुरूप प्रशिक्षण के माध्यम से तकनीक को अपनी व्यवस्था का हिस्सा बनाना ही पड़ेगा। यह तकनीक हमारे द्वारा नियन्त्रित हो और समाज के सापेक्ष कार्य करते हुए यह पुलिस रेडियो विभाग को निरन्तर आगे बढ़ाती रहे, यह आज की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे सामने नई चुनौतियां हैं। वर्ष 2017 में हमारी सरकार के गठन के समय प्रदेश के दो जनपदों लखनऊ व गौतमबुद्धनगर में ही साइबर थाने थे।
आज प्रदेश के सभी जनपदों में साइबर थानों की स्थापना की स्वीकृति दी जा चुकी है। उन्होंने समस्त 75 जनपदों में साइबर थानों की शीघ्र स्थापना के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आर्टिफिशियल इन्टेलीजेंस (ए0आई0) के माध्यम से बड़े से बड़े आयोजन को सफलता के साथ सम्पन्न किया जा सकता है। प्रयागराज कुम्भ-2019 इसका उदाहरण है।
आने वाले समय में बड़े से बड़े आयोजन को ए0आई0 के माध्यम से सम्पन्न किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि पुलिस रेडियो विभाग का तीन दिवसीय स्थापना दिवस कार्यक्रम रेडियो विभाग के सभी कार्मिकों को आधुनिक तकनीक की जानकारी देने में सफल होगा।
सारांश:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस रेडियो विभाग के स्थापना दिवस समारोह में कहा कि पुलिस बल के लिए तकनीक का बहुत महत्व है। उन्होंने पुलिस रेडियो विभाग को आधुनिक तकनीक को अपनाने और नई चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित किया।