![modi talks yogi about the bhu incident](https://northindiastatesman.com/wp-content/uploads/2017/09/BHU-protest_380-e1506393501966.jpg)
विविध
विपक्ष ने की BHU घटना की निंदा, मोदी ने की योगी से बात
![modi talks yogi about the bhu incident](https://northindiastatesman.com/wp-content/uploads/2017/09/BHU-protest_380-300x225.jpg)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशाी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में हुई घटना के मामले में चुप्पी तोड़ते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और इस मामले को तत्काल सुलझाने का निर्देश दिया।
जबकि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों तथा छात्र संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए BHU के कुलपति को तत्काल बर्खास्त करने तथा मामले की उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की।
श्री मोदी के अलावा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने भी श्री योगी से इस संबंध में बात की जिस पर श्री योगी ने उन्हें आश्वासन दिया कि इस बारे में सभी आवश्यक कदम उठाएंगे। इस बीच कई छात्र और सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना को लेकर राजधानी में कई स्थानों पर विरोध-प्रदर्शन किया।
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पारित राजनीतिक प्रस्ताव की जानकारी देने के लिये आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा कि श्री मोदी और श्री शाह ने BHU के मसले पर श्री योगी से बात की है और उन्हाेंने आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिलाया है।
![modi talks yogi about the bhu incident](https://northindiastatesman.com/wp-content/uploads/2017/09/BHU_380-300x225.jpg)
संवादाताओं ने जब श्री गडकरी से जब BHU के बारे में सवाला पूछा तो उन्होंने इसे एक बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया और कहा कि राज्य सरकार इस पर ध्यान दे रही है। यह कानून व्यवस्था से जुड़ा स्थानीय मामला है जिसकी जांच के आदेश दे दिये गये हैं।
इस बीच कांग्रेस ने BHU में सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर पुलिस लाठीचार्ज की भर्त्सना करते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से विश्वविद्यालय के कुलपति को तत्काल बर्खास्त कर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से मामले की जांच कराने की मांग की।
पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यहां पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा कि BHU के कुलपति की इस मामले में बेहद असंवेदनशील भूमिका रही है इसलिए राष्ट्रपति मामले का संज्ञान लेकर तत्काल कुलपति को बर्खास्त करें।
यह अत्यंत संवेदनशील मामला है इसलिए उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से इसकी जांच करा कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
राज्यों से जुड़ी हर खबर और देश-दुनिया की ताजा खबरें पढ़ने के लिए नार्थ इंडिया स्टेट्समैन से जुड़े। साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप को डाउनलोड करें।