
सीएम आगमन से दीपोत्सव तक जानिए कार्यक्रम का पूरा शेडूल
19 अक्टूबर को दिव्य दीपोत्सव के कार्यक्रमों की शुरूआत सुबह 10 बजे साकेत महाविद्यालय से निकलने वाली झांकियों के साथ होगी। इसके बाद जैसे-जैसे समय बढ़ता जाएगा। कार्यक्रम की श्रंखला आगे बढ़ती जाएगी।
दीपोत्सव की तैयारियों को लेकर मंडलायुक्त राजेश कुमार, पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर, मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी शुक्रवार को भ्रमणशील रहकर तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 19 की दोपहर राम कथा पार्क हेलीपैड पर उतरेंगे। यहां वह प्रदर्शनी एवं शोभायात्रा को देखेंगे। इसके बाद श्री राम-सीता स्वरूप का हेलीकॉप्टर से आगमन होगा।
भरत मिलाप के साथ श्रीराम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, हनुमान और वशिष्ठ मुनि के प्रति रूपों पर पुष्प वर्षा की जाएगी।
इसके बाद श्रीराम-सीता स्वरूप को रथ पर बैठाकर रामकथा पार्क में मंच पर आसन ग्रहण कराया जाएगा। यहां मुख्यमंत्री पूजन, वंदना, आरती और श्रीराम जी का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक किया जाएगा।
रामकथा पार्क में के बाद मुख्यमंत्री अन्य अतिथियों के साथ सरयू आरती में शामिल होंगे। इसमें 21 सौ लोग सामूहिक रूप से भाग लेंगे। सरयू आरती के बाद मुख्यमंत्री राम की पैड़ी पर दीप प्रज्ज्वलित करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री रामकथा पार्क में आयोजित रामलीलाओं को देखेंगे।
डीएम निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि नौवें दीपोत्सव का सजीव प्रसारण सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग से दूरदर्शन, यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से कराया जा रहा है। जिससे देश-विदेश के श्रद्धालु इस दिव्य आयोजन के साक्षी बन सकें।
ग्रीन आतिशबाज़ी से जगमगाएगी अयोध्या
दीपोत्सव में सरयू तट पर जब असंख्य दीपक जलेंगे और आकाश में आतिशबाज़ी का दिव्य दृश्य खिलेगा, तब हवा में धुआं नहीं हरियाली की चमक और स्वच्छ प्रकाश फैलेगा। इस बार का दीपोत्सव पूरी तरह ग्रीन पटाखों और प्रदूषण-मुक्त तकनीकों पर आधारित होगा। सबसे बड़ा आकर्षण होगा आकाशीय ग्रीन सूर्य, एक ऐसा आतिशबाज़ी प्रदर्शन जिसमें न तो जहरीला धुआं होगा, न कानों को चुभने वाला शोर। यह पर्यावरण अनुकूल रासायनिक संयोजन से तैयार की गई ग्रीन आतिशबाज़ियों से निर्मित होगा, जो आकाश में सुनहरी और हरी रोशनी के संगम से एक दिव्य दृश्य रचेगा।
अग्नि, प्रकाश और हरियाली का त्रिवेणी संगम
इस बार दीपोत्सव के मंच पर जो आतिशबाज़ी और लेज़र शो होगा, वह भी सौर ऊर्जा और डिजिटल सिंकिंग सिस्टम से संचालित किया जाएगा। प्रकाश, ध्वनि और संगीत की हर लहर सौर ऊर्जा से संचारित होगी जहां भक्ति की धुनें, विज्ञान की तकनीक और प्रकृति की हरियाली एक साथ थिरकेंगी।
65 फिट ऊंचाई पर बनेगा प्लेटफॉर्म
सरयू पुल के ऊपर तीन हाइड्रा तैनात की जाएंगी, जिनके माध्यम से 65 फिट ऊंचाई पर प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा। यहां से आतिशबाजी होगी। इनमें चकरी, रिवर्स फायरिंग, एरियल, रॉकेट, विसिल क्रैकर तिरंगा और इंद्रधनुष के विभिन्न रूपों का श्रद्धालु आनंद लेंगे।
सरयू आरती का आज बनेगा कीर्तिमान
सरयू तट पर शनिवार को 21 सौ मातृ शक्तियां, संस्कृत के विद्यार्थी व वंचित समाज के लोग मां सरयू की आरती कर इतिहास रचेंगे। पिछली बार 1151 लोगों ने सामूहिक रूप से सरयू की आरती कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया था। सरयू तट पर इस आरती का आयोजन जिला प्रशासन एवं नगर निगम के सहयोग से वशिष्ठ फाउंडेशन कर रहा है।
सरयू के ऊपर खिलेगा हरित सूर्य
वशिष्ठ फाउंडेशन की सचिव राजलक्ष्मी तिवारी ने बताया कि आरती घाट पर आरती स्थल को 11 जोन में विभाजित किया गया है। नयाघाट से लक्ष्मण घाट की ओर विस्तारित आरती स्थल के प्रत्येक जोन में 200 प्रतिभागियों को खड़े होकर आरती करने की सुविधा होगी।