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Jailbreak के मास्टरमाइण्ड को एक करोड़ में छोड़ा
Jailbreak के मास्टरमाइण्ड से पैसे लेकर पुलिस की गिरफ्त से आतंकी छोड़ दिए जा रहे हैं।
ये खुलासा ना हुआ होता,अगर पंजाब पुलिस इस मामले की गोपनीय तरीके से छानबीन ना कर रही होती।
इस पूरे मामले का खुलासा कभी नहीं हो पाता
पता चला कि पंजाब पुलिस के पास गोपी को छुड़ाने को लेकर हुई बातचीत का आडियो मौजूद है।
साल 2016 के नवंबर महीने में पंजाब के नाभा जेल से खालिस्तान लिब्रेशन फ्रंट और बब्बर खालसा के आतंकवादियों के भागने के बाद पूरे देश में हड़कंप मचा था।
केस की जांच कर रही पंजाब पुलिस की इंवेस्टिगेशन में यूपी के आईजी रैंक के एक आईoपीoएसo अधिकारी पर एक करोड़ की डील करके Jailbreak के मास्टरमाइंड गोपी घनश्यामपुरा को छोड़ने का आरोप लग रहा है।
बताया जा रहा है कि इस आईoपीoएसo अधिकारी ने मास्टरमाइंड गोपी घनश्यामपुरा को छोड़ने के लिए एक करोड़ की डील की थी।
इस देशद्रोही मामले की जानकारी जब सी0एम0 आदित्यनाथ योगी को हुई तो उन्होंने आनन-फानन प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह को तलब कर जांच का आदेश दिया है।
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार के मुताबिक एडीजी स्तर के अधिकारी की अगुवाई में उच्च स्तरीय कमेटी प्रकरण की जांच करेगी।
27 नवंबर 2016 को खालिस्तान लिब्रेशन फ्रंट और बब्बर खालसा के आतंकवादियों को पटियाला की नाभा जेल से छुड़ा लिया गया था।
आतंकियों को छुड़ाने के लिए अपराधी, पुलिस की वर्दी में गए थे।
इस मामले के मास्टरमाइंड गोपी घनश्यामपुरा को शाहजहांपुर से 10 सितंबर को गिरफ्तार किया गया।
लेकिन गिरफ्तारी के बाद ना तो गोपी घनश्यामपुरा की गिरफ्तारी दिखाई गईl
और ना ही उसके गिरफ्तार होने की सूचना सार्वजनिक की गई।
हरजिंदर सिंह भुल्लर ने फेसबुक पर गोपी घनश्यामपुरा को लखनऊ में गिरफ्तार किए जाने की खबर पोस्ट की।
उसे डर था कि कहीं पुलिस मीडिया को बिना बताए घनश्यामपुरा का एनकाउंटर ना कर दे।
फेसबुक पर हरजिंदर सिंह भुल्लर की पोस्ट देख पहले से इस मामले की जांच कर रही पंजाब पुलिस हरकत में आई।
और पंजाब पुलिस ने हरजिंदर सिंह भुल्लर उर्फ विक्की गोंड को ट्रैक करना शुरू कर दिया।
पुलिस ने जब हरजिंदर सिंह भुल्लर उर्फ विक्की गोंड को ट्रैक करना शुरू कियाl
तो पता चला कि उसने एक बड़े शराब व्यापारी रंधीप सिंह रिम्पल को इस बात की जानकारी दी है।
और उसने जेल में बंद बलजिंदर सिंह उर्फ टोनी को गोपी घनश्यामपुरा को पुलिस से छुड़वाने की जिम्मेदारी दी।
ताकी वो यूपी पुलिस से छूटकर पंजाब वापस जा सके।
बलजिंदर सिंह उर्फ टोनी ने यूपी के तिकड़मबाज कांग्रेसी नेता पिंटू तिवारी से संपर्क कियाl
और उससे गोपी घनश्यामपुरा को छुड़ाने की बात कही।
पिंटू ने एसटीएफ अधिकारी से संपर्क साधा और गोपी घनश्यामपुरा को छुड़ाने के एवज में एक करोड़ की डील की।
उधर पंजाब पुलिस के पास एक के बाद एक सबूत इकट्ठे होते जा रहे थे।
और इधर यूपी एसटीएफ, घनश्यामपुरा को भगाने की पूरी तैयारी कर चुकी थी।
पंजाब पुलिस ने यूपी के पुलिस अफसरों से गोपी की गिरफ्तारी से जुड़ी जानकारी मांगीl
अफसरों ने कोई भी जानकारी होने से इंकार कर दिया।
जिसके बाद पंजाब पुलिस ने रिंपल, गुरप्रीत और पिंटू तिवारी को गिरफ्तार कर लिया।
Jailbreak पूछताछ में इन लोगों ने पंजाब पुलिस को सारी जानकारी दे दी।
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