स्टेशनरी पर जीरो, कुछ दवाइयां पर पांच प्रतिशत और कुछ पर जीरो टैक्स भी किया गया है। हेल्थ इंश्योरेंस, लाइफ इंश्योरेंस में भी छूट दी गई है। इसका सीधा लाभ उपभोक्ता को मिलेगा। इलेक्ट्रॉनिक, दूध पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स को भी जीरो टैक्स पर लाया गया है।
पिछलेवर्ष टैक्स से प्राप्त 1 लाख 12,000 करोड़ रुपए को प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर खर्च किया गया था। टैक्स से प्राप्त धनराशि से केंद्र सरकार द्वारा भी लगभग 60 फीसद राजमार्ग में बढ़ोतरी हुई है। 74 से बढ़कर 164 एयरपोर्ट हो गए हैं। उत्तर प्रदेश में 11 डोमेस्टिक और चार इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। पहले लगभग 248 किलोमीटर का मेट्रो था आज 1093 किलोमीटर मेट्रो सेवा उपलब्ध करा रहे हैं। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, 2.8 करोड़ आवास उपलब्ध करा गए । रक्षा उत्पादन में भी बड़ा सुधार आया देश के रक्षा मंत्री लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह के नेतृत्व में 34 गुना ज्यादा एक्सपोर्ट किया है।
सस्ती हो गईं जीवन रक्षक दवाएं
जीएसटी की नई दरें लागू होने से जीवन रक्षक दवाएं सस्ती हो गई हैं। सोमवार से केजीएमयू के लॉरी, ओपीडी, आर्थो आरएएलसी, ट्रॉमा इमरजेंसी आदि के एचआरएफ स्टोर पर सात फीसदी तक सस्ती दवाई उपलब्ध होने लगीं। इससे मरीजों और तीमारदारों को काफी राहत मिली। हालांकि सॉफ्टवेयर अपडेट न होने से दवाओं के बिल ऑफलाइन (मैनुअल) ही दिए गए। इससे दवा लेने के बाद कुछ देर लाइन में इंतजार करना पड़ा।
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. केके सिंह ने बताया कि नई सस्ती दरें लागू होने पर ऑफलाइन बिल काटे गए, किसी मरीज या तीमारदार को दिक्कत नहीं हुई। न ही किसी ने शिकायत की। लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ. सीएम सिंह ने बताया कि एचआरएफ में सैकड़ों प्रकार की दवाओं की दरों में कमी हुई है। एचआरएफ प्रभारी डॉ. ममता हरजाई के निर्देशन में सभी दवा स्टोर पर मरीजों और तीमारदारों को कम दाम पर सुविधाजनक तरीके से दवाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
कई दवाओं पर सात फीसदी कम हो गया है। कैंसर की दवाओं में एक इंजेक्शन में करीब 25 हजार रुपये तक की कमी आई है। पीजीआई निदेशक डॉ. आरके धीमन ने बताया कि जीएसटी कम होने से मरीजों को सीधा लाभ मिल रहा है। दवाओं और सर्जिकल उपकरणों पर जीएसटी 18 से घटकर पांच फीसदी तक हो गई है। इससे कीमतों में 13 फीसदी तक की कमी आई है।
कैंसर संस्थान में भी मरीजों को राहत, सस्ती हुईं दवाएं
कल्याण सिंह अतिविशिष्ट कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ. एमएलबी भट्ट ने बताया संस्थान की एचआरएफ फार्मेसी में उपलब्ध करीब 1000 से अधिक दवाओं और सर्जिकल सामग्रियों पर जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है, जिससे ये औसतन 7 प्रतिशत तक सस्ती हो गई हैं। वहीं, लगभग 45 दवाओं और सामग्रियों पर जीएसटी 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है, जिससे इनकी कीमतों में 13 प्रतिशत तक की कमी आई है।
संस्थान के अनुसार, मूत्राशय कैंसर के उपचार में प्रयुक्त एवेल्युमैब इंजेक्शन पर भी जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर शून्य कर देने से इसकी कीमत में 8,520 रुपये की कमी आई है। वहीं, स्तन कैंसर मरीजों के लिए दी जाने वाली फेस्गो 1200 मि.ग्रा. इंजेक्शन की कीमत जीएसटी 12 प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत होने से 27,562 रुपये कम हो गई है।
जीएसटी में कमी के फायदे बताने बाजार में उतरे वित्त मंत्री, उप मुख्यमंत्री
जीएसटी कम करने से होने वाले फायदे बताने के लिए सोमवार को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री, ब्रजेश पाठक, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना के अलावा सत्ता दल के विधायक और संगठन के पदाधिकारी बाजार में उतरे। दुकानों पर पंफलेट चस्पा किए और व्यापारियाें से चर्चा कर जीएसटी रिफॉर्म से होने वाले लाभ बताए। व्यापारियों ने मंत्रियों और जनप्रतिनिधयों का स्वागत किया।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने हजरतगंज स्थित जनपथ मार्केट आदि बाजारों में व्यापारियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि जीएसटी की दरें घटने से कई आवश्यक वस्तुएं सस्ती हुई हैं।
दशहरा, दीपावली, छठ पूजा में अधिक मात्रा में लोग चीजें खरीद सकेंगे। स्वदेशी वस्तुएं अपनाने की अपील करते हुए कहा कि इससे एमएसएमई को प्रोत्साहन मिलेगा। स्थानीय उत्पादों को विस्तृत बाजार मिलने से उत्पादकता और आय बढ़ेंगी। महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी व अन्य भाजपाई साथ रहे।