गोरखपुर मौत मामलाः 7वें आरोपी गजानन ने कोर्ट में किया समर्पण
गोरखपुर के बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कालेज के आक्सीजनकांड मामले में आरोपी बनाए गए 09 लोगों में 7वें नामजद आरोपी चीफ फार्मासिस्ट Gajanan Jaiswal ने बुधवार को अदालत में आत्म समर्पण कर दिया।
उन्होंने न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में समर्पण किया। अदालत ने चीफ फार्मासिस्ट गजानन और कल गिरफ्तार किए गए सहायक लेखाकार संजय त्रिपाठी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। अब पुलिस और एसटीएफ बाकी बचे दो आरोपियों की तलाश कर रही है।
उधर इस मामले में गिरफ्तार निलंबित प्राचार्य डा. राजीव मिश्रा, पूर्व प्राचार्य की पत्नी डा. पूर्णिमा शुक्ला, एनेस्थीसिया के हेड डा. सतीश कुमार को आज अदालत में पेश किया गया।
कोर्ट ने उनके खिलाफ सुबूत की मांग की। विवेचक ने सुबूत के लिए समय की मांग की, जिस पर कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई की तारीख 20 सितंबर तय की है।
बता दे कि बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में दस व 11 अगस्त की रात 30 से अधिक बच्चों की हुई मौत के मामले में गोरखपुर के जिलाधिकारी को जांच सौंपी गई थी। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से लेकर कई अन्य जिम्मेदार डॉक्टरों को लापरवाही का तो दोषी माना गया था।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी थी। मामले में कई स्तरों पर अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही की बातें सामने आई थीं। ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाली फर्म ने कॉलेज आपूर्ति रोके जाने की बात भी कही थी।
इसके बाद महानिदेशक चिकित्सा-शिक्षा डा. केके गुप्ता की तहरीर पर 23 अगस्त को पुलिस ने लखनऊ के हजरतगंज थाने में नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
जिसमें तत्कालीन प्राचार्य डा. राजीव मिश्र, उनकी पत्नी डा. पूर्णिमा शुक्ला, वार्ड 100 के एनएचएम के नोडल अधिकारी डा. कफील खान, लिपिक सुधीर पांडेय, एनेस्थिसिया के विभागाध्यक्ष डा. सतीश कुमार, लेखाकार संजय त्रिपाठी, गजानन जायसवाल, उदय शर्मा और मनीष भण्डारी शामिल है। इनमें से 07 लोग अब तक पकड़े जा चुके हैं।