विविध

Krishna Nagar पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

लखनऊ। राजधानी के विभिन्न थाना क्षेत्रों से चुराई गई 43 गाड़ियों से साथ Krishna Nagar पुलिस ने 4 शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पकड़े गए चोरों के पास से एक बाइक उनकी खुद की निकली।

इसके पुलिस ने दस्तावेज देखकर इसे चोरी में नहीं दिखाया है। वैसे पुलिस ने कुल 44 गाड़ियां बरामद की थीं। पुलिस का कहना है कि आरोपी चोरी की गाड़ियां बेचने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कर उन्हें कम कीमत पर जरूरतमंद लोगों को बेच देते थे।

पुलिस अब इन शातिर वहन चोरों के गैंग में शामिल अन्य सदस्यों का भी पता लगाने का प्रयास कर रही है। फिलहाल पुलिस वाहन चोरों के खिलाफ आगे की कार्रवाई कर रही है।

पुलिस देखकर भागने लगे थे आरोपी

एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि पिछले दिनों से राजधानी के विभिन्न इलाकों में वाहन चोरी की वारदातें बढ़ गईं थीं। इन पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस को सुबह शाम वाहन चेकिंग करने के निर्देश दिए गए थे।

इसी क्रम में एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्रा, क्षेत्राधिकारी कृष्णानगर लालप्रताप सिंह के निर्देशन में थाना प्रभारी कृष्णानगर अंजनी कुमार पांडेय बाराविरवा चौराहे के करीब बदमान लड्डू के पास रविवार की रात पुलिस टीम के साथ वाहन चेकिंग कर रहे थे।

चेकिंग के दौरान पुलिस ने दो बाइक पर सवार चार युवकों को रुकने का इशारा किया तो वह गाड़ी पीछे मोड़कर भागने लगे। पुलिस ने शक के आधार पर उन्हें घेराबंदी करके पकड़ लिया। पुलिस ने जब वाहन के कागज मांगे तो वह कागज नहीं दिखा सके।

इनकी हुई गिरफ़्तारी

पुलिस ने कड़ाई से जब पूछताछ की तो एक ने अपना नाम अजय शुक्ला उर्फ़ नन्हके निवासी झिझौली अतरौली हरदोई, हालपता किराये का मकान मदन खेड़ा पारा लखनऊ बताया। दूसरे ने अपना नाम अनुज कुमार निवासी भैसासुर कला अतरौली हरदोई बताया।

तीसरे ने अपना नाम संजय निवासी किठौनी अतरौली हरदोई बताया। वहीं चौथे ने अपना नाम राजेश कुमार चौरसिया निवासी सी-167 राजाजीपुरम तालकटोरा बताया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर कुल 44 दोपहिया चोरी के वाहन बरामद किये गए। इनमें से एक गाड़ी चोरों की निजी है इसके कागज उन्होंने दिखा दिए। इसलिए इस गाड़ी को चोरी में नहीं दिखाया गया।

वाहन चोरी पर लगेगी लगाम

एसएसपी ने बताया कि आरोपी चोरी की गाड़ियों की चोरी करने के बाद नकली रजिस्ट्रेशन नम्बर और आरसी की मदद से दोपहिया वाहनों को लखीमपुर और हरदोई के साथ ही नेपाल भी बेच देते थे।

एसएसपी ने मामले में अब आरटीओ के साथ ही अन्य की भूमिका की भी जांच करने की बात कही है। एसएसपी ने बताया कि इन आरोपियों ने चोरी की कई घटनाओं को अंजाम दिया था।

इनमें से आलमबाग, कृष्णानगर, सरोजनीनगर, वजीरगंज और तालकटोरा में दर्ज 8 मुकदमों का खुलासा किया गया है। ये वाहन चोर सूबे के कई जिलों में वाहन चोरी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं।

पुलिस ने फर्जी दस्तावेज छापने के लिए प्रयोग किये जाने वाले प्रिंटर को भी बरामद किया है। फिलहाल कृष्णनगर पुलिस ने 43 गाड़ियां बरामद कर ये बड़ा खुलासा किया है। इससे कुछ हद तक वाहन चोरी की घटनाओं पर लगाम लगेगी।

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