
ईज ऑफ लिविंग तथा अधिकाधिक रोजगार सृजन की दिशा में विशेष प्रयास करने पर बल
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां लाल बहादुर शास्त्री भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश को एक ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने के संकल्प की पूर्ति की दिशा में जारी प्रयासों, अब तक प्राप्त परिणामों और भावी नीति पर विमर्श किया।
मुख्यमंत्री ने सभी मन्त्रिगणों और वरिष्ठ अधिकारियों को ईज ऑफ लिविंग तथा अधिकाधिक रोजगार सृजन की दिशा में विशेष प्रयास करने पर बल देते हुए कहा कि देश और दुनिया की बेस्ट प्रैक्टिसेज को देखें, उनका अध्ययन करें और आवश्यकतानुसार लागू करें। विगत 07 वर्षों के नियोजित प्रयासों से उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था आज सार्वकालिक सर्वश्रेष्ठ स्थिति में है।
वर्ष 2020-21 में प्रदेश की कुल जी0डी0पी0 16.45 लाख करोड़ रुपये थी, जो वर्ष 2023-24 में 25.48 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। राष्ट्रीय आय में उत्तर प्रदेश 9.2 प्रतिशत का योगदान कर रहा है। उत्तर प्रदेश आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में देश के विकास का ग्रोथ इंजन बन रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर के राष्ट्रीय मानकों के आकलन में भी हमें अपने प्रयासों के अच्छे परिणाम मिले हैं। वर्ष 2021-22 में प्रचलित भावों पर उत्तर प्रदेश की वृद्धि दर 20.1 प्रतिशत रही, जबकि स्थायी भाव पर 9.8 प्रतिशत रही। इसी प्रकार वर्ष 2023-24 में स्थायी भाव पर प्रदेश में 08 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की गई और प्रचलित भाव पर 12.8 प्रतिशत की वृद्धि दर रही। यह स्थिति दर्शाती है कि प्रदेश विकास की सही राह पर है। हमें अपने प्रयासों को और नियोजित रीति से आगे बढ़ाना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2021-22 से वर्ष 2023-24 के बीच प्रदेश का कम्पाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (सी0ए0जी0आर0) लगभग 15.7 प्रतिशत दर्ज किया गया है। यह स्थिति उत्साहजनक है। वर्ष 2027 तक वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था (ओ0टी0डी0ई0) का लक्ष्य पूरा करने के लिए अगले 05 वर्षों में हमें अपनी वृद्धि दर को दोगुने से अधिक बढ़ाना होगा। सभी विभागों को अपने प्रयास तेज करने होंगे। बेहतर प्लानिंग करनी होंगी। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है। सभी को मिलकर सही नीति और नियोजित क्रियान्वयन के लिए प्रयास करना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ओ0टी0डी0ई0 के लक्ष्य की पूर्ति के लिए हमें निजी और सार्वजनिक निवेश को और बढ़ाना होगा। नीतिगत सुधारों के क्रम सतत जारी रखें। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में प्राप्त 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों में से 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं धरातल पर उतारी जा चुकी हैं।
शेष एम0ओ0यू0 की समीक्षा करें, निवेशकों से संवाद करें। हमें यथाशीघ्र अगली जी0बी0सी0 की तैयारी करनी चाहिए। निवेशकों से संपर्क-संवाद का क्रम जारी रखना चाहिए। नए निवेशकों से भी संवाद करें। उन्हें प्रदेश की यू0एस0पी0 से अवगत करायें। इन्वेस्टर आउटरीच को और बेहतर करने की आवश्य