
Manipur की वीडियो वायरल होने के बाद आया CM Himanta Biswa Sarma का बयान
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मणिपुर के वायरल वीडियो की जमकर निंदा की है। मणिपुर के इस वीडियो में दो महिलाओं को पुरुषों की भीड़ द्वारा नग्न कर घसीटा गया था। इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे भयानक कहा है।
उन्होंने इस संबंध में लगातार ट्वीट्स किए है। इसके साथ ही उन्होंने अन्य राज्यों में महिलाओं के खिलाफ हुई यौन हिंसा की रिपोर्ट को भी ट्वीट में साझा किया है। उन्होंने ट्वीट किया कि मणिपुर की घटना भयावह है। अपराधियों को कानून की पूरी मार झेलनी पड़ेगी। दुर्भाग्य से तथाकथित उदारवादियों के बीच स्पष्ट पैटर्न है। हिमंत बिसवा सरमा ने ट्वीट किया कि आक्रोश उत्तर पूर्व तक ही सीमित है, जबकि वे अन्य जगहों पर समान रूप से क्रूर अपराधों को नजरअंदाज करेंगे।
इसके अलावा उन्होंने अपने अकाउंट पर समाचार रिपोर्ट भी शेयर की है जिसमें कई तथ्य साझा किए गए है। पहली रिपोर्ट में राजस्थान की घटना का जिक्र है जिसमें 19 जुलाई, 2023 को जोधपुर की घटना का जिक्र किया गया है। इसमें छह महीने के शिशु सहित चार लोगों के एक परिवार की पहली बार हत्या कर दी गई और उसे जिंदा जला दिया गया।
The incident in Manipur is horrendous and the perpetrators will face the full wrath of law.
Unfortunately, there is a clear pattern among the so called liberals. The outrage is limited to the North East, while they will simply ignore equally brutal crimes elsewhere
A Thread (1/9)— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 21, 2023
दूसरी रिपोर्ट भी राजस्थान के जोधपुर की है, जिसमें 16 जुलाई 2023 को एक दलित नाबालिग के साथ उसके प्रेमी के सामने सामूहिक बलात्कार किया गया। तीसरी रिपोर्ट में बीजेपी के एक उम्मीदवार ने आरोप लगाया कि 8 जुलाई, 2023 को टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनके कपड़े उतार दिए और उन्हें नग्न करके घुमाया। चौथी रिपोर्ट में 7 जून, 2023 की घटना बताई गई है जो बिहार में हुई थी। यहां बिहार में एक नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ 8 लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया।
उन्होंने कहा, 20 अक्टूबर, 2022 को झारखंड के चाईबासा में दिनदहाड़े सड़क पर एक आदिवासी महिला के साथ 10 लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया। ट्वीट्स की इस श्रंख्लाक के अंत में उन्होंने सवाल किया कि मणिपुर और उत्तर पूर्व के राज्यों को ही निशाना क्यों बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये मेरे राज्य असम में भी महिलाओं या आदिवासियों के खिलाफ किए गए भयानक अपराधों के कुछ हालिया उदाहरण हैं। कहीं भी होने वाले अपराध की निंदा होनी चाहिए।