
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा बोले- भारत में आविष्कार की क्षमता, 2014 के बाद बदला माहौल
हजारों सालों की गुलामी ने हमको अपनी ही धरोहरों से दूर कर दिया था, लेकिन साल 2014 के बाद जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की बागडोर संभाली है। तब से हालात बदले हैं।
देश के स्वास्थ्य सेवाओं समेत हर क्षेत्र में नए इनोवेशन हो रहे हैं। इसका एक उदाहरण कोरोना रोधी टीके का निर्माण रहा है। यह कहना है उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा का।
वह शनिवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में आयोजित स्कूल ऑफ इंटरनेशनल बायोडिजाइन- सिनर्जाइजिंग हेल्थकेयर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (SIB SHinE) कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्य सचिव ने कहा कि हम गुलामी की मानसिकता को खत्म करेंगे, तो अपने संतों और देश की धरोहर को जान सकेंगे। जिन आविष्कारों को आज दूसरे अपना बता रहे हैं।
उन्हें हजारों साल पहले हमारे संतो ने खोज लिया था। हमारे देश में आविष्कार की क्षमता है। सालों की गुलामी ने हमारी सोच पर असर डाला है। गुलामी की मानसिकता को खत्म करेंगे तो आगे बढ़ेंगे।
इस अवसर पर उन्होंने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल बायोडिजाइन- सिनर्जाइजिंग हेल्थकेयर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (SIB SHinE) कार्यक्रम के पहले बैच के श्रेया नायर, सुमित वैश्य, मोहम्मद जाहिद, शुभब्रत सरकार, वल्ली देवी बोला,
ओमप्रकाश आर, पृथु प्रसाद और कुशाग्र अस्थाना को बधाई दी और कहा कि आपके इनोवेशन से न सिर्फ मरीजों की क्वालिटी आफ लाइफ इंप्रूव होगी बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी यह सहायक होगा।
बता दें कि साल 2022 में स्कूल ऑफ इंटरनेशनल बायोडिजाइन- सिनर्जाइजिंग हेल्थकेयर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (SIB SHinE) फेलोशिप कार्यक्रम को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (IIT कानपुर) और किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ (KGMU लखनऊ) ने मिलकर शुरू किया था।