लखनऊ: FI टावर के आवंटियों की याचिकाएं खारिज, चलेगा बुलडोजर
लखनऊ। माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी बिल्डर के एफआई टावर पर अब पूरी तरह से बुलडोजर चलना तय हो गया है। एफफाई टावर को न तोड़ने के लिए अलग-अलग दायर हुईं जिनमें 21 याचिकाओं को सुनने के बाद खारिज कर दिया गया।
कोई भी याची अपना मजबूत तथ्य नहीं दे सका कि यह टावर क्यों नहीं तोड़ा जाना चाहिये। विशेष सचिव आवास उदय भानु त्रिपाठी ने 21 याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ताओं से कई ऐसे सवाल किए जिनका जवाब वह नहीं दे पाए। सभी की दलील थी कि एफआई टावर तोड़ना खतरनाक होगा और उसमें कई परिवार रहते हैं।
कल से बुलडोजर चलाने का आदेश
सभी याचिकाओं को खारिज करते हुए विशेष सचिव ने फिर से बुलडोजर चलाने की तिथि भी तय कर दी है। विशेष सचिव ने आदेश दिया है कि 13 जनवरी से बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू की जाए। इस आदेश के बाद अब पूर्ण रूप से एफआई टावर ध्वस्त हो जाएगा।
इस वजह से तोड़ा जा रहा है टावर
बता दे माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी बिल्डरों की ओर से बनाया गया यह एफ आई टावर पूर्ण रूप से अवैध बना है। आरोप है कि इसका मानचित्र भी नहीं पास कराया गया था। बताया जा रहा है कि अवैध तरह से अपार्टमेंट बनाए गए और लोगों की जान से खिलवाड़ किया गया।
संबंध में शिकायत होने के बाद योगी सरकार ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसके बाद जितनी बार कार्रवाई शुरू हुई तो अलग-अलग कोर्ट में याचिका दाखिल हुईं। सभी याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए विशेष सचिव आवास ने एफआई टावर को तोड़ने का आदेश जारी कर दिया। 13 जनवरी को या कार्रवाई शुरू हो जाएगी।