
वित्तीय वर्ष 2022-23 के अग्रिम अनुमानों के आधार पर राज्य आय 21.91 लाख करोड़ रु0 आकलित
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास पर नियोजन विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश में सेक्टरवार पोटेंशियल को प्रोत्साहित करने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में हुए नियोजित और समन्वित प्रयासों का परिणाम है कि प्रदेश की वार्षिक आय में सतत् बढ़ोत्तरी हो रही है।
वित्तीय वर्ष 2020-21 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद 16,45,317 करोड़ रुपये था, जो वर्ष 2021-22 में लगभग 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 19,74,532 करोड़ रुपये हो गया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए तैयार अग्रिम अनुमानों के आधार पर राज्य आय 21.91 लाख करोड़ रुपयेे आंकलित हुई है। यह स्थिति संतोषप्रद है। 01 ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य के साथ सतत् प्रयास जारी रखे जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुन्देलखण्ड और पूर्वान्चल क्षेत्र में विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। हमें इन संभावनाओं को एक्सप्लोर करना होगा। विश्वविद्यालयों/तकनीकी संस्थाओं को इस महत्वपूर्ण कार्य से जोड़ें। इनके माध्यम से कहाँ कौन से सेक्टर में प्रयास की आवश्यकता है, किस प्रकार की सहायता दी जानी चाहिए, इन सबका गहन अध्ययन कराया जाए। यह अध्ययन रिपोर्ट नियोजन विभाग में संकलित हों और उपयोगिता अनुसार उन्हें कार्ययोजना में शामिल किया जाए। बुन्देलखण्ड और पूर्वान्चल क्षेत्र के विकास के लिए आवंटित निधि का उपयोग बहुआयामी एवं दीर्घकालिक विकास को ध्यान में रखकर स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आकांक्षात्मक जनपद कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के सभी चिन्हित जिलों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। नीति आयोग द्वारा डैशबोर्ड चैम्पियन्स आॅफ चेन्ज पर मई 2023 की सूचना के अनुसार समग्र रूप से देश के प्रथम 10 जनपदों में उत्तर प्रदेश के 06 जनपद आये हैं।



