
एन.आई.आर.एफ. और क्यू.एस. वर्ल्ड एवं एशिया रैंकिंग के लिए भी अग्रसर हों
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज यहाँ राजभवन के गांधी सभागार में डॉ0 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय से सम्बद्ध नैक मूल्यांकित महाविद्यालयों का उत्साहवर्द्धन और सम्मान किया। इस अवसर पर उनसे संवाद करते हुए राज्यपाल जी ने महाविद्यालयों में निरंतर गुणवत्ता सुधार कर नैक के उच्चतम ग्रेड को प्राप्त करने, राष्ट्रीय स्तर पर एन.आई.आर.एफ. रैंकिंग तथा अंतर्राष्ट्रीय और एशिया स्तर पर क्यू.एस. वर्ल्ड रैंकिंग के लिए अग्रसर होने हेतु प्रोत्साहित किया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल जी ने उच्च स्तरीय साधनों से सम्पन्न निजी महाविद्यालयों के प्रबन्धकों से कहा कि वे अपने समीपस्थ कम सुविधा वाले सरकारी कॉलेजों के विद्यार्थियों को शैक्षणिक साधनों की सुविधा के लिए अपने साथ जोड़ें। उन्होंने कहा कि सरकार अपने सीमित संसाधनों में कॉलेजों का प्रबंधन करती है। सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थी भी समुचित शैक्षणिक साधन प्राप्त कर सकें, इसके लिए जनभागीदारी से ही कार्य करना होगा। सीमित आय वर्ग के विद्यार्थी भी अच्छे शैक्षणिक साधनों का लाभ प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का विकास कर सकें, इसके लिए राज्यपाल जी ने निजी महाविद्यालयों को समीपस्थ ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों, कॉलेजों को गोद लेकर उनके समुचित विकास पर भी कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि निजी महाविद्यालयों के शिक्षक अपनी ऑन लाइन कक्षाओं में सरकारी कॉलेजों के विद्यार्थियों को भी जोड़ें। महाविद्यालय की लैब में किसानों के लिए उपयोगी परीक्षण को प्राथमिकता दें। अपनी द्रोण सुविधा का उपयोग समीपस्थ खेतों में फर्टीलाइजर छिड़काव, खेत में कीट अथवा किसी अन्य बीमारी से प्रभावित एरिया चिह्निकरण केे लिए भी करें।
राज्यपाल जी ने के.जी. टू पी.जी. शिक्षा पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि राजभवन से बहुत बड़े स्तर पर प्रदेश के समस्त जनपदों में आंगनवाड़ी केन्द्रों को सुसज्जित करने की मुहिम चलायी गयी, जिससे इन केन्द्रों पर आने वाले छोटे बच्चे भी जीवन में शिक्षा की ओर उन्मुख होकर अपना जीवन सुधार सकें। राज्यपाल जी ने निजी महाविद्यालयों को भी इस कार्य में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। इसी क्रम में राज्यपाल जी ने कहा कि राजभवन उच्च शिक्षा में गुणवत्ता के लिए सदैव अग्रसर रहा है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय अपनी किसी भी समस्या के लिए परामर्श, सुझाव तथा आगामी दिशा-निर्देश के लिए राजभवन सम्पर्क कर सकते हैं।
कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल, डॉ0 सुधीर महादेव बोबडे ने सभी नैक मूल्यांकित महाविद्यालयों को उनकी इस उपलब्धि पर बधाई दी और गुणवत्ता वृद्धि करके अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग के लिए प्रोत्साहित किया। कुलपति, प्रो0 जे.पी. पाण्डेय ने कहा कि राज्यपाल जी के दिशा-निर्देश में ही प्रदेश की उच्च शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण सुधार हुए।
कार्यक्रम में डॉ0 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सात महाविद्यालयों के प्रबंधक और उनकी नैक टीम के सदस्य प्रतिभाग कर रहे थे। प्रत्येक महाविद्यालय से प्रतिभाग कर रहे निदेशक ने अपनी नैक तैयारी, महाविद्यालय की विशेषता तथा प्राप्त नैक श्रेणी के सम्बन्ध में राज्यपाल जी को अवगत कराया।
इस अवसर पर नैक ‘ए‘ ग्रेड प्राप्त कानपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर, ‘बी‘ ग्रेड प्राप्त ईशान कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग मथुरा, नैक ‘ए प्लस‘ ग्रेड प्राप्त इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एण्ड साइंस गाजियाबाद, नैक ‘ए‘ ग्रेड प्राप्त काशी इंस्टीट्यूट ऑफ वाराणसी, नैक का उच्चतम ग्रेड ‘ए प्लस प्लस‘ प्राप्त अजय कुमार गर्ग इंजीनियरिंग कॉलेज गाजियाबाद, नैक ‘बी पलस प्लस‘ ग्रेड प्राप्त द्रोणाचार्य ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट ग्रेटर नोएडा, नैक ‘ए प्लस‘ प्राप्त स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंस लखनऊ के सदस्य उपस्थित थे।