
राज्यपाल की अध्यक्षता में अंतरिक्ष विज्ञान शिक्षा संवर्धन कार्यक्रम ‘आविष्कार‘ हेतु बैठक सम्पन्न हुई
प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज यहाँ राजभवन में अंतरिक्ष विज्ञान शिक्षा संवर्द्धन कार्यक्रम ‘आविष्कार‘ के क्रियान्वयन हेतु बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में राज्यपाल जी ने लखनऊ विश्वविद्यालय, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
प्राविधिक विश्वविद्यालय तथा ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ की प्रतिभागिता में उत्तर प्रदेश के विद्यार्थियों में अंतरिक्ष जानकारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने तथा इस दिशा में भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों लाभ प्रदान करवाने के उद्देश्य से लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो0 राजीव मनोहर द्वारा तैयार प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया।
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने कहा कि कार्यक्रम के लिए एक सशक्त मॉडल तैयार करके शीघ्र कार्य प्रारम्भ कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि मॉडल इस प्रकार बनाएं, जो विद्यार्थियों के लिए प्रेरक हो और वे सहज अंतरिक्ष ज्ञान संवर्द्धन के लिए कार्यक्रम से जुड़ने के लिए अग्रसर हों।
उन्होंने प्रारम्भिक स्तर पर कार्यक्रम में प्रतिभागिता के लिए विद्यार्थियों का चयन टेस्ट द्वारा करने का निर्देश दिया। टेस्ट के लिए उन्होंने 15 जुलाई, 2024 की तिथि निर्धारित करते हुए दो दिन के भीतर परिणाम घोषित करने का भी निर्देश दिया।
विद्यार्थियों का चयन टेस्ट परिणाम की मेरिट के अनुसार करने का निर्देश देते हुए उन्होंने 22 जुलाई, 2024 के कार्यक्रम प्रारम्भ करने का निर्देश भी दिया। राज्यपाल जी ने विद्यार्थियों का अंतरिक्ष संवर्द्धन प्रारम्भ करने से पूर्व सभी मेंटोर शिक्षकों के लिए भी प्रशिक्षण कार्यक्रम कराने का निर्देश दिया।
बैठक में कार्यक्रम का प्रस्तुतिकरण देते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो0 राजीव मनोहर ने बताया कि उ0प्र0 को स्पेस एजुकेशन का हब बनाने की राज्यपाल जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश के विद्यार्थियों को भारत सरकार और इसरो द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न
अंतरिक्ष कार्यक्रमों की जानकारी देने, उनमें प्रदेश के विद्यार्थियों की प्रतिभागिता कराने और उनके लाभ विद्यार्थियों को दिलाने के महत्वपूर्ण उद्देश्य से यह कार्यक्रम प्रारम्भ किया जा रहा है।