
18 राज्य के बाल योगियों को किया गया पुरस्कृत, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के दो दिवसीय कार्यक्रम का भव्य आयोजन
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर में आयोजित द्वि दिवसीय ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में भाग लेने वाले 18 राज्य के बाल योगियों को पुरस्कृत किया गया। एकल योगासन, पोस्टर निर्माण, संस्कृत ध्येय-वाक्य लेखन और संगीतमय सामूहिक योग प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 5 हजार, 3 हजार, 2 हजार, और 1 हजार रुपए नकद पुरस्कार के साथ प्रमाणपत्र दिए गए। एकल योगासन प्रतियोगिता के अन्तर्गत बालिका वर्ग में अमरोहा की आर्यांशी स्वामी व लखनऊ की ईशिता सोनकर ने प्रथम स्थान हासिल किया।
लखनऊ नवयुग कन्या विद्यालय की हमशिका रियाग व संस्कृत विवि की रिया ठाकुर ने द्वितीय स्थान, सुमना मण्डल (कलियाचक विक्रम किशोर आदर्श संस्कृत महाविद्यालय) व लखनऊ केंद्रीय विद्यालय की प्रज्ञा मिश्रा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है। वहीं, बालक वर्ग में लखनऊ जुबली इंटर कॉलेज के प्रमोद कुमार व हरियाणा के प्रताप सिंह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। लखनऊ जयपुरिया स्कूल के व्योम सक्सेना व केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय चन्द्रमोहन जोशी ने द्वितीय स्थान तथा साहिल (केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, वेद व्यास परिसर) व लखनऊ सीएमएस की श्रेय ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता में सविता मुर्मू (सदाशिव परिसर) ने प्रथम स्थान, आरती शर्मा (गुरुवायूर् परिसर) ने द्वितीय स्थान, ऐश्वर्या बीएस (राजीव गांधी परिसर) ने तृतीय स्थान तथा विकाश मेहर (भोपाल परिसर) ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया।
संस्कृतध्येय वाक्य निमार्ण प्रतियोगिता में नासिक के शिवप्रसाद साहु व कृष्णज्योति एमआर ने प्रथम स्थान, दीप्तिमयी पण्डा ने द्वितीय स्थान और भोपाल के जितेन्द्र ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है। संगीतमय सामूहिक योगप्रतियोगिता में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर ने प्रथम स्थान, श्रीरघुनाथकीर्ति परिसर देवप्रयाग ने द्वितीय स्थान, सदाशिव परिसर पुरी ने तृतीय स्थान तथा जयपुर परिसर ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया है।
इन राज्यों के प्रतिभागी हुए शामिल
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, त्रिपुरा, ओडिशा, केरल, तमिलनाडु सहित केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के 13 परिसरों, 18 आदर्श महाविद्यालयों और लखनऊ के 33 सरकारी एवं गैर-सरकारी विद्यालयों के लगभग 500 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।