
सिर में दर्द और चक्कर आना भी हो सकता है कोरोना का लक्षण
कोरोना महामारी के बीच दूसरी लहर का प्रभाव जिस तरह से बढ़ रहा है, उसी तरह से इसके लक्षणों का दायरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि सिर दर्द और चक्कर भी कोरोना के लक्षण हो सकते हैं। खास बात यह है कि यह लक्षण तब सामने आ रहे हैं, जब लोग संक्रमित हो चुके होते हैं। ऐसे लक्षणों वाले केस अब सामने आने लगे हैं।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबॉयोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अमरेश सिंह ने बताया कि शोध में यह बात तो सामने आ चुकी है कि संक्रमित मरीजों के सिर में दर्द और चक्कर आ रहे हैं। लेकिन, अब इस तरह के मरीज यहां भी मिलने लगे हैं। इन मरीजों में सबसे ज्यादा परेशानी चक्कर आने की देखी गई है। इसके अलावा मरीजों की मांसपेशियों में सूजन और नसों में दर्द की समस्या भी आ रही है। ऐसे में वायरस के लक्षण को समझ पाना आसान नहीं है।
उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में कई तरह के लक्षण मरीजों में देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में लक्षण के बारे में स्पष्ट कह पाना मुश्किल है। अगर इस वक्त लोगों को सिर में दर्द और लगातार चक्कर आ रहे हैं या फिर मांसपेशियों में लगातार दर्द है या फिर नसों में सूजन की समस्या है और बुखार आ रहा है तो एक बार कोरोना की जांच जरूर कराएं।
विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस दिमाग पर भी असर डाल रहा है। निजी अस्पतालों से लेकर बीआरडी में कई ऐसे मरीज हैं, जो कोरोना संक्रमण का शिकार हुए हैं और उन्हें लगातार झटके भी आ रहे हैं। झटका दिमाग की नसों पर असर होने की वजह से मरीजों को आ रहा है। बताया जा रहा है कि संक्रमण तंत्रिका तंत्र में पहुंच जाता है तो स्ट्रोक, झटका आना या दिमागी बुखार जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। इस तरह के लक्षण पहले सार्स और मर्स के मरीजों में देखने को मिलते थे।
न्यूरो फिजिशियन, एमडी मेडिसिन, डीएम डॉ. अनुराग सिंह के मुताबिक सांस की तकलीफ बढ़ने पर पूरे शरीर पर असर पड़ता है। इसके कारण मस्तिष्क से जुड़ी समस्या सामने आ जाती है। सांस लेने में तकलीफ का मतलब है कि शरीर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं ले पा रहा है। इसकी वजह से मानसिक संतुलन बिगड़ने लगता है। ऑक्सीजन की कमी से सबसे अधिक नुकसान मस्तिष्क को होता है।