यूपी चुनाव: अखिलेश ने पार्टी के सत्ता में आने पर छात्रों को लैपटॉप देने का वादा किया
लखनऊ – समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 300 यूनिट मुफ्त घरेलू बिजली देने का वादा करने के बाद शनिवार को कहा कि सपा के सत्ता में आने पर उनकी सरकार उत्तर प्रदेश के युवाओं और छात्रों को लैपटॉप बांटेगी। यादव ने शनिवार को यहां पत्रकारों से कहा, समाजवादी पार्टी पहले ही 300 यूनिट घरेलू और सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने का वादा कर चुकी है।
और सत्ता में आने पर पार्टी युवाओं और छात्रों को बेहतरीन गुणवत्ता वाले लैपटॉप उपलब्ध कराने का संकल्प लेती है। उन्होंने कहा, हमने पिछली बार लाखों लैपटॉप वितरित किए थे और लैपटॉप पाने वालों को अभी भी उससे आगे बढ़ने और रोजगार में लाभ मिल रहा है।
यादव ने भाजपा आईटी सेल के प्रमुख द्वारा कानपुर के इत्र व्यापारी के साथ सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर पोस्ट करने पर कड़ी आपत्ति जताई जो तस्वीर कथित तौर मई 2015 में यादव के फ्रांस दौरे की बताई गई है और इसमें लिखा गया है कि इस तस्वीर में वे इत्र वाले मित्र भी हैं जिनकी दीवारों से उत्तरप्रदेश की जनता से लूटा हुआ पैसा निकल रहा है।
यादव ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा के आईटी सेल के प्रभारी के खिलाफ झूठा दुष्प्रचार करने के लिए प्राथमिकी दर्ज कराएगी। सपा प्रमुख ने पत्रकारों को तस्वीर दिखाते हुए कहा, उन्होंने (भाजपा आईटी सेल) मेरी फ्रांस की तस्वीर यह कहते हुए साझा की है कि कानपुर में गिरफ्तार किया गया इत्र व्यापारी मेरे साथ खड़ा है।
सपा का विधि प्रकोष्ठ निश्चित रूप से उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएगा। उन्होंने भाजपा पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए अपनी नाराजगी जताई। उल्लेखनीय है कि आयकर और जीएसटी इंटेलिजेंस विंग द्वारा संयुक्त छापेमारी में कानपुर और कन्नौज में इत्र व्यापारी पीयूष जैन के घर और कारखाने से 177 करोड़ रुपये की भारी नकदी और बड़ी मात्रा में सोना-चांदी बरामद किया गया। बाद में व्यापारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
भाजपा ने जैन पर सपा के साथ संबंधों का आरोप लगाया था। सपा प्रमुख ने इस बात से साफ इनकार किया था कि पीयूष जैन का उनकी पार्टी से कोई संबंध है। यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आने के बाद गरीब परिवार के मेधावी छात्रों को विदेश में पढाई के लिए एक कोष बनाएगी। सपा प्रमुख ने चुनाव आयोग से भाजपा नेताओं के नफरत फैलाने वाले भाषणों पर नजर रखने का अनुरोध किया।
उन्होंने यह भी कहा कि वह आनलाइन मतदान के पक्ष में नहीं हैं। यादव ने योगी पर निशाना साधा और पत्रकारों से कहा कि वे उनसे स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करने और ट्वीट करने के लिए कहें तो वह (योगी) नहीं कर सकते हैं।