
निषाद समाज का नहीं होने देंगे अहित, सत्ता में आए तो रखेंगे पूरा ध्यान
लखनऊ – सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि धर्म का इस्तेमाल सत्ता सुख पाने के लिए नहीं होना चाहिए। मंदिरों को लेकर राजनीति करना अनुचित है। उन्होंने कहा कि सत्ता जनसेवा का माध्यम है। स्वार्थसाधन का नहीं। अयोध्या तीर्थस्थल है। जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु देश के कोने-कोने से आते है। इनके आने से पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ तमाम मठ-मंदिरों से जुड़े परिवारों का भी पालन होता है।
उनको उजाड़ने की भाजपा सरकार की चेष्टा शर्मनाक है। अखिलेश यादव ने रविवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर अयोध्या से आए उद्योग व्यापार मण्डल और निषाद समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने यह विचार व्यक्त किए।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नफरत फैलाती है और समाज को बांटने का काम करती है। विकास का अर्थ विनाश नहीं होता है। गरीबों के लिए रोटी-रोजगार की व्यवस्था करने के बजाय उनको उजाड़ने का काम करने से पहले उनकी समस्याओं का समाधान भी करना चाहिए। सहमति के आधार पर काम करने का तरीका अपनाने से सद्भाव बढ़ता है। अखिलेश ने कहा कि निषाद समाज लोगों की जान बचाने का पुण्य कार्य करता है।
पानी में जान बचाना आसान काम नहीं है। भाजपा सरकार निषाद समाज की उपेक्षा के साथ उनके जीवनयापन के साधनों पर भी रोक लगाना चाहती है। वाराणसी में उनकी नावें तक तोड़ दी गईं। समाजवादी पार्टी निषाद समाज के साथ है।
कहा कि भविष्य में उनकी मदद में कतई कोताही नहीं होगी। 2022 में समाजवादी सरकार बनने पर निषाद समाज के साथ कोई अन्याय नहीं कर सकेगा। निषाद समाज के लोगों ने कहा कि भाजपा राज में उनका उत्पीड़न हो रहा है। उन पर फर्जी केस लगाए जा रहे है। भाजपा सरकार उन पर अत्याचार कर रही है।
निषाद समाज का भरोसा समाजवादी पार्टी पर है। अयोध्या में सरयू नदी में डूब रहे लोगों में से 320 व्यक्तियों को भगवान दीन निषाद, 70 व्यक्तियों को प्रदीप निषाद, 16 व्यक्तियों को विक्रम निषाद और 40 लोगों को सोनी निषाद ने बचाया है। अखिलेश यादव ने डूबते लोगों की जान बचाने वाले निषाद समुदाय के लोगों के साहस की सराहना करते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
अयोध्या उद्योग व्यापार मंडल के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने अखिलेश यादव को संबोधित ज्ञापन में कहा कि नया घाट अयोध्या में टेढ़ी बाजार के मध्य कजियाना, पुराना बस स्टाप, हनुमान गढ़ी चौराहा, श्रृंगार हाट, शास्त्री नगर, बाबू बाजार, नया घाट, मुख्य बाजार है इस बाजार में प्राचीन मंदिरों और भवनों की शृंखला है।
इनमें बनी दुकानों से होने वाली आय से मठ-मंदिरों में भगवान के भोग-राज की व्यवस्था होती है. दुकानदार-व्यवसायी पुश्तैनी किरायेदार की हैसियत से रह रहे है। यहां वे अपने एवं परिवार की जीविका के लिए दुकान भी चला रहे है।
फोरलेन सड़क निर्माण से अधिकांश मठ-मंदिर के मुख्यद्वार टूटने से उसकी स्थिति में परिवर्तन आ जाएगा। अधिकांश व्यापारी-दुकानदार-किरायेदार विस्थापित हो जाएंगे। इससे उनकी जीविका का साधन छिनेगा और लोग विकल्प के अभाव में सड़क पर आ जाएंगे। इस अवसर पर निषाद समाज ने नाव और व्यापार मंडल के प्रतिनिधिमंडल ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को राम दरबार एवं राम नामी भेंट किए।