छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर का 36वां दीक्षान्त समारोह सम्पन्न
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर के 36वें दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दीक्षान्त समारोह का दिन विद्यार्थियों के जीवन में एक महत्वपूर्ण चरण पूर्ण होने का प्रतीक है जिसके लिए सभी विद्यार्थियों ने कड़ी मेहनत की है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि उनके आगामी जीवन में उनकेे कार्य ही उनके व्यक्तित्व का प्रतिबिम्ब बनेंगे। विश्वविद्यालय से प्राप्त शिक्षा और ज्ञान व्यावसायिक जीवन में उनके लिए उपयोगी होंगे।
अपने संबोधन में उन्होंने विद्यार्थियों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि वर्तमान में पूरे विश्व में प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग को प्रमुखता दी जा रही है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में भी छात्र-छात्राओं को स्वरोजगार परक बनाने के लिए इनोवेशन एण्ड एंटरप्रेन्योरशिप इन्क्यूबेशन सेल को पुनः प्रक्रियाबद्ध किया गया है। इसके साथ ही विद्यार्थियों को स्टार्टअप हेतु प्रेरित करने के लिए उत्तर प्रदेश स्टार्टअप पॉलिसी-2020 के अन्तर्गत इन्क्यूबेशन सेंटर की भी स्थापना की गई है। इसी प्रकार उद्यमिता विकास की चुनौतियों को अवसरों में बदलने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा ई0डी0आई0आइ0, गुजरात के साथ मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैडिंग भी हस्ताक्षरित किया गया है।
राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों का ध्यान ग्रामीण परिवेश से जुड़े रोजगारों की ओर ले जाते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में भी आज रोजगार के कई अवसर हैं। उन्होंने ग्रामीण पृष्ठभूमि से आयी बालिकाओं को गाँव से जुड़े स्वरोजगार प्रारम्भ करने के लिए प्रेरित किया।
राज्यपाल ने समारोह में विश्वविद्यालय द्वारा सामाजिक उत्थान की दिशा में कार्यों के तहत गोद लिए गए आंगनवाड़ी केन्द्रों पर समय-समय पर विद्यार्थियों और शिक्षकों द्वारा जाकर प्रगति और सुधार सुनिश्चित करवाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि जिन आंगनवाड़ी केन्द्रों को सुविधा सम्पन्न बनाया गया है। विश्वविद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थी समय-समय पर उन केन्द्रों पर जायें और देखंे कि उन आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चे किस तरह पढ़ रहे हैं और क्या उनके स्तर में सुधार हो रहा है।
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल जी ने उत्कृष्ट सफलता प्राप्त करने वाले 56 विद्यार्थियों को 86 पदक प्रदान किये। कुल 2 लाख 35 हजार 256 छात्र-छात्राओ को उपाधियां प्रदान की गयी, जिसमें 01 लाख 26 हजार 895 छात्राओं ने उपाधियां प्राप्त की हैं। राज्यपाल जी ने छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और कहा कि बेटियों की इस संख्या से स्पष्ट है कि बेटियां उच्च शिक्षा की ओर बढ़ रही हैं तथा अवसर मिलने पर हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं।
राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में पदक उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं और कहा कि वे कैरियर में आगे बढ़ने के लिए लगातार खुद में सुधार लाते हुए बेस्ट की ओर बढ़ें। समारोह में उन्होंने राज्यसभा सांसद डॉ0 सुधांशु त्रिवेदी को डी लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक ने समारोह में विश्वविद्यालय के शिक्षण, शोध एवं प्रसार कार्यों के नवाचारो के बारे में विस्तार से जानकारी दी। समारोह के मुख्य अतिथि एवं राज्यसभा सांसद डॉ0 सुधांशु त्रिवेदी ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए कामना की।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा, माननीया उच्च शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री श्रीमती नीलिमा कटियार, कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्यगण, शिक्षकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।