आप चुनाव कब लड़ेंगी? सवाल के जवाब में प्रियंका गांधी बोलीं- हर चीज का समय होता है
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मियां तेज है। प्रियंका गांधी भी लगातार कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार कर रही हैं। हालांकि इस बात की उम्मीद जताई जा रही थी कि प्रियंका गांधी इस बार उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव लड़ सकती हैं। हालांकि 2019 लोकसभा में भी प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की संभावना जताई गई थी। आज प्रियंका गांधी अपने परिवार के गढ़ रायबरेली पहुंची थीं।
रायबरेली में प्रियंका गांधी को कुछ ऐसे ही सवाल का सामना करना पड़ गया। प्रियंका गांधी से सवाल किया गया कि आखिर वह चुनाव कब लड़ेंगी? इसके जवाब में प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं सोचती हूं कि हर चीज़ का समय होता है। अभी वह समय आया नहीं है। जब वह समय आएगा तो मैं लडूंगी।
योगी सरकार पर हमला करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि आप जाकर किसी भी नौज़वान से पूछ लीजिए कि आपको रोज़गार मिला है? इन पांच सालों में आपकी ज़िंदगी बेहतर हुई है कि नहीं? मैं दावे के साथ कह सकतीं हूं कि आपको एक भी ऐसा जवाब नहीं मिलेगा जो कहेगा कि पिछले पांच सालों में मेरी ज़िंदगी बेहतर हुई है।
मैं सोचती हूं कि हर चीज़ का समय होता है। अभी वह समय आया नहीं है। जब वह समय आएगा तो मैं लडूंगी: अपने चुनाव लड़ने के सावल पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, रायबरेली, उत्तर प्रदेश pic.twitter.com/0e3awzBcMv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 19, 2022
उन्होंने कहा कि सड़कों पर नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के जो बड़े-बड़े विज्ञापन हैं, ये विज्ञापन हज़ारों करोड़ रुपए के हैं। अगर वही पैसे आपको सशक्त करने के लिए इस्तेमाल होते तो कितनी तरक़्की हो जाती। सरकार आपको सशक्त करने का काम नहीं कर रही है। जब चुनाव आता है तो वह आपके सामने धर्म की बातें शुरू कर देती हैं। वे ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि इससे आपके ज़ज्बात उभरेंगे। आपको असुरक्षित महसूस कराएंगे।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है। तो हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हर जिले में लड़कियों के लिए विशेष स्कूल हों, पुलिस में 25% भर्तियां महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। हम एक जॉब कैलेंडर बनाएंगे और समय-समय पर रोजगार प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह अच्छा है कि सरकार राशन प्रदान करती है लेकिन उन्हें शिक्षा और रोजगार के साथ लोगों को अपने पैरों पर खड़ा करना चाहिए। हम एक ऐसा कानून लाना चाहते हैं जो एक महिला द्वारा उत्पीड़न की शिकायत के 15 दिनों के भीतर प्राथमिकी दर्ज नहीं करने वाले अधिकारियों को निलंबित कर दे।